चीन (China) अपनी कुटिलता से बाज नहीं आ रहा है. वह भी तब जब रिश्तों में जमी बर्फ को पिघलाने के लिए भारत (India) ने दो टूक संदेश दे दिया है कि लद्दाख (Ladakh) में बीते साल से पहले की यथास्थिति बरकरार रखी जाए. इसके बावजूद ड्रैगन न सिर्फ वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास आधुनिक सड़कों का निर्माण कर रहा है, बल्कि लगातार सैन्य अभ्यास भी कर रहा है. ताजा कड़ी में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) रात के घुप्प अंधेरे में जंग लड़ने का अभ्यास कर रही है. लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा कर आक्रामकता दिखाने वाले चीन ने कथित तौर पर नए हथियारों से अपने सैनिकों का परिचय कराने के लिए अभ्यास कर रही है. उसने यह युद्धाभ्यास हिमालय से लगती सीमा के पास किया है.
कठिन युद्ध की तैयारी कर रही पीएलए
मीडिया रिपोर्ट में इस युद्धाभ्यास को चीनी सेना पीएलए की जरूरत बताया गया है. इसके मुताबिक पीएलए चाहती है कि भारतीय सीमा पर ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात सैनिक युद्ध के लिहाज से अपनी उच्च क्षमता का प्रदर्शन करें. पीएलए के एक कंपनी कमांडर यांग यांग के मुताबिक यहां तैनात सैनिकों ने अपना शिड्यूल बदला है. सैनिकों को कहा गया है कि वे अधिक ऊंचाई वाले इलाके में प्रशिक्षण के लिए उच्च क्षमता का प्रदर्शन करें. पीएलए का मानना है कि चीनी सैनिकों को मुश्किल हालात और चुनौतियों से भरे एक से ज्यादा कठिन युद्ध के लिए तैयार रहना होगा क्योंकि सीमावर्ती इलाकों में चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं.
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बगैर रोशनी रात को बर्फीली चोटियों पर अभ्यास
जानकारी के मुताबिक पीएलए सैनिक रात में बगैर किसी रोशनी के सहारे बर्फ से ढंकी चोटियों को पार कर रहे हैं. साथ ही रात के अंधेरे में मशीनगन के सटीक इस्तेमाल का अभ्यास कर रही है. गौरतलब है कि चीनी सेना के पश्चिमी थिएटर कमांड ने हिमालयी सीमा पर तैनात अपने सैनिकों के लिए रात के समय और ज्यादा अभ्यास करने की योजना बनाई है. साथ ही उन्हें नई पीढ़ी के हथियारों से परिचित करा रही है. चीनी सेना का रात के समय चल रहा युद्धाभ्यास शिंजियांग सैन्य इलाके में लगभग 5000 मीटर की ऊंचाई पर चल रहा है.
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10 ब्रिगेड और रेजिमेंट है युद्धाभ्यास में शामिल
बीजिंग सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने भी बताया था कि पीएलए के तिब्बत मिलिट्री कमांड ने बड़े पैमाने पर तिब्बत के पठारों में संयुक्त अभ्यास किया है. इसमें चीनी सेना की 10 ब्रिगेड और रेजिमेंट ने हिस्सा लिया. रात और दिन में चल रहे इस अभ्यास में होवित्जर तोपों, मल्टिपल रॉकेट लांचर सिस्टम और एंटी एयरक्राफ्ट बैटरी का इस्तेमाल हो रहा है. खबरों में यह भी दावा किया गया है कि पीएलए ने अपने अटैक हेलिकॉप्टर और टाइप 15 लाइट टैंक से भी युद्धाभ्यास किया. जाहिर है इस तरह के तोपखाने के साथ रात के समय युद्धाभ्यास पर भारत की भी पैनी नजर है, क्योंकि सरकार जानती है कि चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- पीएलए का युद्धाभ्यास हिमालय से लगती सीमा के पास
- चीनी सेना की 10 ब्रिगेड और रेजिमेंट हिस्सा ले रही हैं
- अटैक हेलिकॉप्टर और टाइप 15 लाइट टैंक भी शामिल