चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कोविड-19 महामारी के बावजूद इस साल ब्रिक्स (BRICS) शिखर सम्मेलन आयोजित करने के लिए भारत के प्रयासों के लिए उसकी सराहना की. उन्होंने कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी से निपटने के लिए भारत को चीन के समर्थन और सहायता की पेशकश की. विदेश मंत्री एस जयशंकर की अध्यक्षता में ब्रिक्स के विदेश मंत्रियों की ऑनलाइन बैठक में अपने प्रारंभिक संबोधन में वांग ने इस साल ब्रिक्स के आयोजन के लिए भारत के प्रयासों की सराहना की. भारत ने ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) के अध्यक्ष के रूप में बैठक की मेजबानी की.
सौ से अधिक कार्यक्रम
वागं ने कहा, 'वर्ष की शुरुआत से और कोविड-19 के प्रभाव के बावजूद ब्रिक्स अध्यक्ष के रूप में भारत ने ब्रिक्स @15: निरंतरता, एकीकरण और सहमति के लिए अंतर ब्रिक्स सहयोग के विषय पर ध्यान केंद्रित करते हुए पूरी लगन से काम किया है.' वांग ने कहा, 'तीन स्तंभों पर सहयोग को आगे बढ़ाने, ब्रिक्स तंत्र को मजबूत करने और ब्रिक्स सहयोग की गति को बनाए रखने के लिए सौ से अधिक कार्यक्रम तैयार किए गए हैं.'
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भारत के लिए जताई सहानुभूति
उन्होंने कहा, 'चीन भारत के प्रयासों के लिए उसकी सराहना करता है और हम ब्रिक्स देशों के साथ काम करने के लिए तैयार हैं ताकि भारत को अध्यक्ष के रूप में समर्थन दिया जा सके और इस वर्ष के ब्रिक्स सहयोग में ठोस परिणाम सुनिश्चित किया जा सके.' वांग ने अपने प्रारंभिक संबोधन की शुरुआत कोविड-19 संक्रमणों की नई लहर के गंभीर प्रभाव पर भारत के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए की.
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ब्रिक्स समूह में दिया एकता का संदेश
उन्होंने कहा, 'इस मुश्किल समय में चीन भारत और सभी ब्रिक्स देशों के साथ एकजुटता के साथ खड़ा है. मेरा मानना है कि चीन सहित सभी ब्रिक्स भागीदार भारत को आगे भी समर्थन और सहायता प्रदान करेंगे और हमें पूरा विश्वास है कि भारत निश्चित रूप से इस महामारी पर विजय प्राप्त कर लेगा.' उन्होंने कहा कि वह बैठक में ब्रिक्स देशों के अन्य मंत्रियों के साथ विचारों का आदान-प्रदान, समन्वय और आम सहमति बनाने के लिए उत्सुक है.
HIGHLIGHTS
- ब्रिक्स सम्मेलन आयोजित करने के लिए दी बधाई
- कोरोना के बावजूद भारत ने दिखाया नेतृत्व का मार्ग
- ब्रिक्स देशों में परस्पर समन्वय बनाने पर दिया जोर