चीन ने ताइवान (Taiwan) पर 1993 के बाद तीसरा श्वेत पत्र पेश कर दिया. 2012 में शी जिनपिंग (Xi Jinping) के सत्ता में आने के बाद उनके कार्यकाल में यह पहला श्वेत पत्र था. श्वेत पत्र (White Paper) के मुताबित ड्रैगन ने ताइवान को अपने नियंत्रण में लेने के लिए सशस्त्र सैन्य बलों का विकल्प अपनाने की धमकी दी है. इसके साथ ही ताइवान स्ट्रेट में चीनी सेना का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास भी बुधवार को खत्म हो गया. हालांकि चीन ने चेतावनी देते हुए कहा कि उसके सुरक्षा बल ताइवान के आसपास नियमित पेट्रोलिंग करते रहेंगे. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) की ताइपे यात्रा के बाद चीन ने बीते सप्ताह सैन्य़ अभ्यास शुरू किया था. शुरुआती स्तर पर मिलिट्री ड्रिल महज चार दिन चलना था, लेकिन चीन ने इसे बढ़ा दिया था. ''
शांति की बात कर सैन्य विकल्प की धमकी
ताइवान के मुद्दे पर चीनी सरकार द्वारा प्रकाशित श्वेत पत्र में कहा गया है, 'हम पूरी ईमानदारी के साथ काम करेंगे और शांतिपूर्ण पुनर्मिलन हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.' इसमें कहा गया है, 'लेकिन हम बल के उपयोग को नहीं छोड़ेंगे और हम सभी आवश्यक उपाय करने का विकल्प सुरक्षित रखते हैं. मजबूर परिस्थितियों में बल का प्रयोग अंतिम उपाय होगा. अलगाववादी तत्वों या बाहरी ताकतों के उकसावे का जवाब देने के लिए हमें केवल कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, अगर वे कभी भी हमारी रेड लाइन को पार करते हैं.' ताइवान और उसके समर्थकों को धमकी देते हुए चीन ने आगे कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है, हम ताइवान में किसी भी विदेशी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करेंगे. हम अपने देश को विभाजित करने के किसी भी प्रयास को विफल कर देंगे. हम राष्ट्रीय पुनर्मिलन और कायाकल्प के लिए एक शक्तिशाली ताकत के रूप में गठबंधन करेंगे.'
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नैंसी पेलोसी की ताईपे यात्रा सा भड़का हुआ है ड्रैगन
श्वेत पत्र में ने आगे कहा गया कि अपनी मातृभूमि को फिर से जोड़ने के ऐतिहासिक लक्ष्य को साकार किया जाना चाहिए और इसे साकार किया जाएगा. ताइवान सीमा पर आक्रामक युद्धाभ्यास करने के एक सप्ताह बाद भी चीन अपनी गीदड़ भभकी से बाज नहीं आ रहा है. चीन पहले भी ताइवान को लेकर बार-बार इसी तरह की धमकियां दे चुका है. नवीनतम तनाव पिछले हफ्ते अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष नैंसी पेलोसी द्वारा ताइपे की यात्रा से शुरू हुआ, जिन्होंने बीजिंग के भयंकर विरोध के बावजूद वहां की यात्रा की. जवाब में चीन ने ताइवान के आसपास के छह समुद्री क्षेत्रों में लाइव-फायर अभ्यास सहित युद्धाभ्यास शुरू कर दिया. चीनी नेतृत्व ताइवान के साथ अन्य देशों द्वारा इस तरह के आधिकारिक संपर्क को अस्वीकार करता है, क्योंकि वह द्वीप को अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है. दूसरी ओर ताइवान लंबे समय से खुद को स्वतंत्र देश का दर्जा देता आया है.
HIGHLIGHTS
- चीन ने बुधवार को जारी किया ताइवान पर तीसरा श्वेत पत्र
- बुधवार को चीन ने ताइवान स्ट्रेट में खत्म किया युद्धाभ्यास