जम्मू-कश्मीर पर यू-टर्न के बाद पाकिस्तान को चीन ने एक और झटका दिया है. यह बताता है कि भारत की कूटनीति के आगे चीन भी बहुत अधिक समय तक पाकिस्तान को अंध समर्थन जारी नहीं रख सकेगा. बताते हैं कि पाकिस्तान चाहता था कि भारत का फ्रांस के अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल मिलने के बाद उभरी स्थितियों में जे-17 लड़ाकू विमान अपग्रेड कर दे. हालांकि पता चला है कि चीन ने इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया है. इसके पीछे पाकिस्तान पर चीन का भारी-भरकम कर्ज है.
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जे-17 विमान और रडार देने से किया इंकार
गौरतलब है कि फ्रांस से राफेल की पहली डिलीवरी मिलने की खबर से पाकिस्तान के हुक्मरान समेत सेना काफी परेशान हो गई है. ऐसे में वह अपने सबसे करीबी दोस्त चीन से विमान उधार मांगने चला गया. राफेल के मुकाबले के लिए पाकिस्तान ने चीन से एक अपग्रेड रडार और एयरक्राफ्ट मांगा. पाकिस्तान ने चीन से कहा कि वह जे-17 थंडर अपग्रेड करे, लेकिन चीन ने पाकिस्तान की इन मांगों को खारिज कर दिया. चीन का मानना है कि पाकिस्तान पहले ही आर्थिक तौर पर खस्ताहाल है. ऐसे में वह उसे और उधार देकर फंसना नहीं चाहता.
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कश्मीर मुद्दे पर भी बड़ा झटका
इससे पहले चीन ने पाकिस्तान को एक और तगड़ा झटका दिया था. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे से ठीक पहले चीन ने कश्मीर को दोनों देशों के बीच का मुद्दा बताया था, जबकि इससे पहले कश्मीर मुद्दे पर चीन, पाकिस्तान की तरफदारी करता रहा है. पाकिस्तान के पीएम इमरान ख़ान दो दिन के चीन दौरे पर इस उम्मीद के साथ पहुंचे कि कश्मीर मुद्दे पर उन्हें भरपूर समर्थन मिलेगा, लेकिन चीन ने साफ़ किया कि आपसी बातचीत से ही दोनों देश मुद्दे का हल निकालें.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान की उधार में जे-17 अपग्रेड करने की मांग चीन ने ठुकराई.
- राफेल से घबरा पाकिस्तान फिर पहुंचा था चीन की शरण में.
- जम्मू-कश्मीर पर भी चीन ने लिया है यू-टर्न.