कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण पर अमेरिका और चीन के बीच शुरू 'जंग' थमने का नाम नहीं ले रही है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump), विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो (Mike Pompeo) के बाद अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन (Robert O Brien) ने चीन पर कोविड-19 वायरस को दुनिया में छोड़ने का आरोप लगाया है. यह तब है जब अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो हाल ही में कह चुके हैं कोरोना वायरस से चीन के अधिनायकवादी चरित्र और दुनिया भर में आधिपत्य जमाने की आकांक्षा जाहिर हुई है. यह अलग बात है कि चीन न सिर्फ इन आरोपों को नकारता आ रहा है, बल्कि कोरोना को चीनी वायरस कहने पर भी आपत्ति दर्ज कराता आ रहा है. यही नहीं, चोरी ऊपर से सीनाजोरी की तर्ज पर चीन उन देशों को भी धमका रहा है, जिन्होंने कोरोना संक्रमण को लेकर जवाबदेही और जिम्मेदारी तय करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन में एक प्रस्ताव पेश किया है.
यह भी पढ़ेंः मौलाना साद के 5 करीबियों पर कसा शिकंजा, क्राइम ब्रांच ने जब्त किए पासपोर्ट
चीन ने दुनिया में छोड़ा कोरोना : अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा कि चीन ने विश्व भर में घातक कोरोना वायरस छोड़ा है और बीजिंग ने इसे छिपाने की कोशिश बड़े स्तर पर की है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बार-बार संदेह व्यक्त किया है कि वुहान में पहली बार पाया गया कोरोना वायरस चीन की किसी प्रयोगशाला से निकला था. सीबीएस न्यूज के टॉकशो 'फेस द नेशन' में ओ ब्रायन ने कहा, 'यह चीन द्वारा छोड़ा गया वायरस था. इसे छिपाया गया था और किसी दिन इसे एचबीओ पर उसी प्रकार दिखाया जाएगा जैसे चेर्नोबिल दिखाया गया था.' यह पूछे जाने पर कि वे चीन की सरकार पर आरोप लगा रहे हैं या स्थानीय अधिकारियों पर तो ओ ब्रायन ने कहा, 'हमें नहीं पता क्योंकि उन्होंने सभी पत्रकारों को बाहर निकाल दिया और वे जांच कर्ताओं को भीतर नहीं आने देंगे.' उन्होंने कहा, 'इससे फर्क नहीं पड़ता कि यह स्थानीय अधिकारियों का काम था या चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का. इसे छिपाया गया है और हम इसकी तह तक जाएंगे.'
यह भी पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबल और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू
कोरोना वायरस से उजागर हुआ चीन का चरित्र: अमेरिकी विदेश मंत्री
कोविड-19 संकट पर अमेरिका और चीन के बीच चल रही जुबानी जंग के बीच विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी का अधिनायकवादी और दुनियाभर में आधिपत्य जमाने की आकांक्षा का चरित्र उजागर हो चुका है. पोम्पिओ ने स्काई न्यूज ऑस्ट्रेलिया से कहा, 'इस कोरोना वायरस के कारण मुझे लगता है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का चरित्र उजागर हो चुका है. हममें से जो भी यह देख रहा है वह दुनिया में इसके खतरे के बारे में बात कर रहा है. हमें अधिनायकवादी सत्ता का चरित्र मालूम है. हम जानते हैं कि जब पत्रकारों को बोलने की स्वतंत्रता नहीं दी जाती तब क्या होता है.' उन्होंने कहा, 'हमने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की दुनियाभर में आधिपत्य जमाने की आकांक्षा को भी देखा है. यह बेल्ट एन्ड रोड परियोजना के जरिये किया जा रहा हो या सरकार द्वारा प्रायोजित अन्य कामों के जरिये किया जा रहा हो.' पोम्पिओ ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिसंबर से लेकर इस साल फरवरी तक कोरोना वायरस के बारे में दुनिया से जानकारी छिपाने का काम किया है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना से चीन की अधिनायकवादी और आधिपत्य जमाने की आकांक्षा जाहिर.
- अब अमेरिकी एनएसए ब्रायन का चीन पर कोरोना वायरस छोड़ने का आरोप.
- दुनिया भर के बढ़ते दबाव से चीन बेपरवाह और दंबगई से चूर.