डोकलाम में सीमा पर भारत के साथ तनाव के बाद चीन ने भारतीय सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक से पहले उठाए गए इस कदम को वहां के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग की साख और पार्टी पर पकड़ बनाए रखने की कोशिश के तहत देखा जा रहा है।
भारतीय सीमा के अलावा उत्तर कोरिया और म्यांमार सीमा पर भी सुरक्षा बढ़ा दी है।
पांच साल में एक बार होने वाली यह बैठक चीन का सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक कार्यक्रम है। अधिकारी इस तरह की कोई घटना नहीं चाहेंगे, जिससे बैठक में किसी तरह की बाधा आए। इस बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पांच साल का दूसरा कार्यकाल मिलने वाला है।
हांगकांग स्थित 'साउथ चाइना मार्निग' ने एक रिपोर्ट में कहा है कि कम्युनिस्ट पार्टी की बेहद अहम कांग्रेस की तैयारियों के बीच चीन की सीमा पुलिस उत्तर कोरिया, भारत व म्यांमार सीमा पर सर्वोच्च सुरक्षा बनाए रखेगी।
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रिपोर्ट में एक अधिकारी के बयान के हवाले से कहा गया है, 'पार्टी की 19वीं नेशनल कांग्रेस के लिए पूर्ण सीमा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हम उच्चतम मानकों व मजबूत उपायों का पालन करेंगे।'
चीन का लंबे समय से भारत के साथ सीमा विवाद रहा है। दोनों देशों के बीच 3,488 किमी की सीमा है, जिसका ज्यादातर भाग विवादित है।
चीन व भारत ने दो महीने से ज्यादा समय तक सिक्किम क्षेत्र में डोकलाम में चले सीमा गतिरोध को बीते महीने समाप्त किया।
चीन की पूर्वोत्तर की सीमा उत्तर कोरिया से लगती है। उत्तर कोरिया का परमाणु संकट दुनिया व खास तौर से इसके सहयोगी चीन के लिए चिंता का विषय है।
चीन को उत्तर कोरिया व अमेरिका के बीच युद्ध की स्थिति में शरणार्थियों के आने का भी डर है।
चीन म्यांमार से रोहिंग्या मुस्लिमों को भी चीन की सीमा में नहीं आने देना चाहेगा।
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Source : IANS