Advertisment

OBOR के तहत नेपाल को अपने रेल नेटवर्क से जोड़ेगा चीन, भारत की बढ़ सकती है चिंता

नेपाल के साथ चीन अपने संबंधों को मज़बूत करने के लिये वहां 'वन बेल्ट, वन रोड' के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर, व्यापार और संपर्क को बढ़ा रहा है।

author-image
pradeep tripathi
एडिट
New Update
OBOR के तहत  नेपाल को अपने रेल नेटवर्क से जोड़ेगा चीन, भारत की बढ़ सकती है चिंता

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात

Advertisment

नेपाल के साथ चीन अपने संबंधों को मज़बूत करने के लिये वहां 'वन बेल्ट, वन रोड' के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर, व्यापार और संपर्क को बढ़ा रहा है। नेपाल और चीन के बीच गहरी होती दोस्ती और रेल संपर्क भारत के लिये चिंता का विषय हो सकते हैं।

चीन की यात्रा पर गए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच रेल संपर्क पर चर्चा की गई।

शी ने कहा कि बीजिंग बेल्ट एंड रोड पहल(बीआरआई) के अंतर्गत हिमालयी देश के साथ सहयोग के लिए तैयार है। छह दिवसीय दौरे पर यहां मंगलवार को पहुंचे ओली ने बीजिंग में ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल में शी से मुलाकात की। इस मुलाकात से पहले, चीन और नेपाल ने 2.4 अरब डॉलर के आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

इन समझौतों पर ओली की उपस्थिति में नेपाल दूतावास में एक समारोह के दौरान हस्ताक्षर किए गए। ये समझौते दोनों सरकारों और निजी क्षेत्र के बीच हुए, जिसमें चीनी निवेशक नेपाल में पनबिजली, जल संसाधन, सीमेंट कारखानों, फलों की खेती और कृषि क्षेत्र का विकास करने में निवेश करेंगे।

और पढ़ें: चीन ने राजदूत के बयान से बनाई दूरी, भारत ने जताई थी आपत्ति

बैठक के दौरान, शी और ओली ने सीमा-पार रेल संपर्क के अलावा द्विपक्षीय सहयोग के कई क्षेत्रों में संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा की।

शी ने ओली से कहा, 'चीन बेल्ट एंड रोड पहल के अतंर्गत नेपाल के साथ आधारभूत संरचनात्मक संपर्क, आपदा के बाद पुनर्निर्माण, व्यापार और निवेश के लिए संबंध मजबूत करने के लिए तैयार है।'

शी ने कहा, 'चीन नेपाल के एक-चीन नीति के प्रति ढृढ़ निष्ठा दिखाने और राष्ट्रीय स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के उसके प्रयास को समर्थन देने की प्रशंसा करता है।'

राष्ट्रपति ने कहा, 'हमें कानून प्रवर्तन क्षमता निर्माण, संयुक्त रूप से अंतर्राष्ट्रीय अपराधों का मुकाबला करने , चीन और नेपाल के साझा सुरक्षा के मुद्दे पर सहयोग मजबूत करना चाहिए।'

और पढ़ें: नेता का चुनाव नतीजों पर निर्भर, अभी बीजेपी को हराना लक्ष्य: अखिलेश

वहीं ओली ने कहा कि नेपाल चीन के विकास उपलब्धियों और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में चीन की सकारात्मक भूमिका की प्रशंसा करता है। उन्होंने साथ ही चीन को देश के विकास में सहयोग करने के लिए शुक्रिया अदा किया।

ओली ने कहा, 'नेपाल, लोगों के साझा भविष्य के साथ समुदाय के निर्माण के चीनी प्रस्ताव को बहुत महत्व देता है और नेपाल बीआरआई में सक्रिय रूप से भागीदार बनने का इच्छुक है।'

समझौते के अंतर्गत, नेपाल बिजली प्राधिकरण और स्टेट ग्रिड कॉर्प ऑफ चाइना के बीच नेपाल-चीन क्रास-बार्डर ग्रिड इंटरकनेक्शन प्रोजेक्ट के संभाव्यता अध्ययन पर समझौता हुआ।

नेपाल के प्रधानमंत्री ने 2018 नेपाल-चीन व्यापार फोरम का भी उद्घाटन किया।

फोरम का उद्घाटन करने के दौरान ओली ने कहा कि पिछले वर्ष हुए चुनाव के बाद नेपाल शांति और राजनीतिक स्थिरता की राह पर आगे बढ़ रहा है और उन्होंने विश्वास जताया कि चीनी उद्योगपति नेपाल में निवेश करेंगे।

ओली गुरुवार को अपने चीनी समकक्ष ली केकियांग के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। इस दौरान अतिरिक्त समझौता ज्ञापन(एमओयू) पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।

सत्ता में वापसी के बाद ओली का यह पहला चीन दौरा है और भारत दौरे के बाद दूसरा विदेशी दौरा है।

और पढ़ें: 'हिंदू आतंकवाद' पर भड़की BJP, दिग्विजय सिंह को निष्कासित करने की मांग

Source : News Nation Bureau

nepal Xi Jinping BRI KP Oli
Advertisment
Advertisment
Advertisment