अमेरिका (America) में टिकटॉक (Tik Tok) और उसकी पैरंट कंपनी वाइट डांस लिमिटेड ने ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे वाली बात को नकारते हुए ट्रंप प्रशासन पर केस कर दिया है. वाइटडांस ने यह केस अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर संयुक्त राज्य अमेरिका में पॉपुलर शॉर्ट फॉर्म वीडियो शेयरिंग एप के साथ लेनदेन पर प्रतिबंध लगाने के अपने कार्यकारी आदेश के खिलाफ दायर किया है. टिकटॉक का कहना है कि अमेरिका की यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है और यह सब चुनाव में फायदा उठाने के उद्देश्य को लेकर किया गया है.
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चीन बोला- चुनाव में फायदा उठाने की कोशिश
दरअसल 6 अगस्त को टिक टॉक के लिए एक कार्यकारी आदेश जारी किया गया. इसे अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है. वाइटडांस का आरोप है कि ट्रंप दूसरा कार्यकाल चाह रहे हैं. इसी कारण इस तरक का आदेश जारी किया गया है. टिक टॉक ने एक ब्लॉक लिखकर पूरे मामले की जानकारी दी. वाइटडांस का कहना है कि हम सरकार पर हल्के में मुकदमा नहीं करते हैं. कार्यकारी आदेश के साथ हमारे अमेरिकी अभियानों पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी गई.
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भारत ने लगाया था सबसे पहले प्रतिबंध
टिकटॉक पर सबसे पहले प्रतिबंध भारत ने लगाया था. भारत में टिकटॉक सहित 59 चीनी एप को एक झटके में बैन कर दिया था. इसके बाद दोबारा कार्रवाई करते हुए 50 से अधिक एप पर भी रोक लगा दी गई. भारत की इस कार्रवाई से चीन काफी तिलमिलाया हुआ है. भारत लगातार चीन के आयात पर धीरे-धीरे रोक लगाता जा रहा है.
Source : News Nation Bureau