बौद्धधर्म के 17वें करमापा उग्येन त्रिनले दोरजी के अरूणाचल प्रदेश की यात्रा से चीन गुस्से में आ गया है। करमापा के दौरे पर विरोध जताते हुए चीन ने कहा भारत की तरफ से ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया जाना चाहिए जिससे दोनों देशों के बीच सीमा विवाद बढ़ जाए।
इस संबंध पर सवाल का जवाब देते हुए चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने कहा 'भारत के पूर्वी हिस्से को लेकर चीन का रुख स्पष्ट और स्थिर है। हम उम्मीद करते हैं कि भारत संबंधित सहमति का पालन करेगा और ऐसी किसी कार्रवाई से दूर रहेगा जो सीमा विवाद को जटिल बनाती हो।'
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बता दें अरूणाचल प्रदेश को चीन एक विवादित हिस्सा मानता है। चीन का मानना है कि अरूणाचल दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा है, तिब्बत पर चीन का शासन है। साथ ही उसका दावा है कि 17 साल पहले करमापा उसकी गिरफ्त से भाग गया था। थोड़े दिन पहले ही दलाई लामा ने भी अरूणाचल का का दौरा किया।
Source : News Nation Bureau