दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन इस समय अपनी जनसंख्या घटने से चिंतित है. चीन विश्व की सबसे अधिक आबादी वाला देश है. जनसंख्या के भारी दबाव से परेशान होकर चीन ने 1970 और 80 के दशक में परिवार नियोजन की नई नीतियों को लागू किया था. इससे जन्मदर पर विपरीत प्रभाव पड़ा. चीन का जन्म दर अब नकारात्मक होता जा रहा है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अभी हाल ही में कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में घोषणा की कि देश बर्थ रेट को बढ़ावा देने के लिए एक नीति बनाएगा. चीन का स्थानीय प्रशासन अब नवविवाहित जोड़ों को फोन कर पूछ रहा है कि वे कब गर्भवती होंगी.
चीन इन दिनों धीरे धीरे अपनी जनसंख्या के घटने से कितना चिंतित है यह तब समझ आया जब यहां एक नव विवाहित महिला ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखा. इसमें उसने बताया कि क्षेत्रीय प्रशासन की ओर से उन्हें एक फोन आया था जिसमें उनसे पूछा गया कि वे कब गर्भवती होंगी?
चीन में ऐसा अनुभव किसी एक महिला का नहीं है. चीन का स्थानीय प्रशासन अक्सर नव विवाहित जोड़ों को फोन करता है. एक नवविवाहित महिला ने अपनी सहकर्मी को आए ऐसे कॉल के बारे में बताया. फोन पर अधिकारी ने महिला से कहा कि सरकार चाहती है कि नवविवाहित एक साल के भीतर प्रेग्नेंट हों. अधिकारियों को बार- बार इस तरह के कॉल करने को कहा गया है. एक अन्य महिला ने बताया कि उसकी शादी बीते साल अगस्त में हुई थी और तब से उसे प्रेग्नेंट होने के लिए दो बार फोन आ चुका है. उसने बताया कि फोन पर अधिकारी उसे कहते हैं कि-आप शादीशुदा हैं तो अब तक बच्चे की प्लानिंग क्यों नहीं की? बच्चे को जन्म देने के लिए समय निकालें.
वर्ल्ड पापुलेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2019 के अनुसार चीन 1.44 अरब की आबादी के साथ पहले स्थान पर है. दूसरे स्थान पर भारत की आबादी 1.39 अरब है. दुनिया की कुल आबादी में चीन की 19 फीसदी और भारत की 18 फीसदी हिस्सेदारी है. एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 तक भारत की आबादी बढ़कर चीन से अधिक हो जाएगी. चीन की आबादी साल 2019 से साल 2050 के दौरान 3.14 करोड़ यानी करीब 2.2 फीसदी कम हो जाएगी.
Source : News Nation Bureau