ताइवान ने शुक्रवार को 38 चीनी सैन्य जेट विमानों के अपने वायु रक्षा क्षेत्र में उड़ान भरने की सूचना दी है. यह बीजिंग द्वारा अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ मानी जा रही है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि परमाणु सक्षम बमवर्षकों सहित विमानों ने दो वेव्स में क्षेत्र में प्रवेश किया. इसकी सूचना मिलते ही ताइवान भी सक्रिय हो गया और मिसाइल प्रणालियों को तैनात करके इसका जवाब दिया, चीन लोकतांत्रिक ताइवान को एक अलग प्रांत के रूप में देखता है, लेकिन ताइवान खुद को एक संप्रभु राज्य के रूप में देखता है, चीन की वायु सेना को लेकर ताइवान एक साल से अधिक समय से शिकायत कर रहा है.
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ताइवान के प्रधानमंत्री सु त्सेंग-चांग ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, चीन जानबूझकर सैन्य आक्रमण में लगा हुआ है, जिससे क्षेत्रीय शांति भंग हो रही है. चीन जनवादी गणराज्य की स्थापना के 72 साल पूरे कर रही बीजिंग की सरकार ने अब तक कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन इसने पहले कहा है कि इस तरह की उड़ानें उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए थीं. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के 25 विमान दिन के उजाले के दौरान वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में प्रवेश कर गए, जो प्रतास द्वीप समूह के पास उड़ान भर रहे थे.
पिछले ही हफ्ते 24 लड़ाकू विमान उड़ाए थे
एक वायु रक्षा पहचान क्षेत्र एक देश के क्षेत्र और राष्ट्रीय हवाई क्षेत्र के बाहर का क्षेत्र है, लेकिन जहां राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में विदेशी विमानों की अभी भी पहचान, निगरानी और नियंत्रण किया जाता है, यह स्व-घोषित है और तकनीकी रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र बना हुआ है. इसके बाद शुक्रवार शाम को इसी इलाके में 13 चीनी विमानों की दूसरी वेव चली. उन्होंने ताइवान और फिलीपींस के बीच समुद्री इलाके के ऊपर से उड़ान भरी. गौरतलब है कि पिछले ही हफ्ते चीन नेता इवान की ओर अपने 24 लड़ाकू विमान उड़ाए थे.
HIGHLIGHTS
- बीजिंग द्वारा अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ
- ताइवान चीनी वायु सेना की लगातार शिकायत कर रहा
- ताइवान खुद को एक संप्रभु राज्य के रूप में देखता है