अपनी मक्कारी और धूर्तता से भरी आक्रामक विस्तार नीति के तहत चीन लंबे समय से भारतीय इलाकों पर कब्जे का प्रयास कर रहा है. ऐसी ही एक घटना में लद्दाख में गलवान घाटी में भारतीय औऱ चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान और इससे दोगुने चीनी जवान मारे गए थे. भारतीय सेना का कहना था कि नियमित गश्त के दौरान पीएलए के सैनिकों ने भारतीय जवानों पर कील लगी लोहे की रॉड और देसी हथियारों से हमला बोल दिया था. अब चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने इस हिंसक संघर्ष के लिए भारतीय सेना के जवानों को दोषी ठहराया है. इसके साथ ही उन्होंने धमकाने वाले अंदाज में कहा है कि चीन अपनी संप्रभुत्ता से किसी स्थिति में समझौता नहीं करेगा.
बीजिंग में चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुया चुनइंग ने सीमा गतिरोध पर सैन्य स्तर की बातचीत के दूसरे राउंड के बीच कहा कि भारतीय सेना की अग्रिम रक्षा पंक्ति की टुकड़ी ने परस्पर समझौता तोड़ा और वास्तविक नियंत्रण रेखा पार कर चीनी सेना के अधिकारियों और जवानों को भड़काया. इसके लिए उन्होंने हाथापाई से शुरुआत की, जो बाद में हिंसक झड़प में तब्दील हो गई. भारतीय सेना के जवान यदि पीएलए के सैनिकों पर हमला नहीं करते तो दोनों तरफ के जवानों की जान नहीं जाती. इसके साथ ही प्रवक्ता ने धमकी भरे अंदाज में कहा कि भारत विद्यमान स्थिति को लेकर भ्रम में न रहे और ना ही अपनी भौगोलिक सीमा और इलाकों के लिए चीन की नीति को हल्के में ले. इसके परिणाम दोनों देशों के परस्पर संबंधों पर अच्छे नहीं होंगे.
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Source : News Nation Bureau