पड़ोसी देश चीन चांद के सुदूर भाग से सफलतापर्वक चट्टान और मिट्टी का नमूने लाने वाला पहला देश बन गया है. चीन का चांगई-6 जांच यान मंगलवार को चांद से वापस धरती पर आ गया है. चीनी यान दोपहर को उत्तरी चीन के इनर मंगोलियाई क्षेत्र में उतरा है. लैंडिंग के बाद चीनी आतंरिक्ष विभाग के प्रमुख झांग केजियान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि मैं घोषणा करता हूं कि चंगाई-6 अन्वेषण मिशन ने सफलता हासिल की है. चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चंगाई-6 टीम को सफलता के लिए बधाई दी.
राष्ट्रपति जिनपिंग ने वैज्ञानिकों सहित पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह बहुत बड़ी उपलब्धि है. यह उपलब्धि हमें अंतरिक्ष और तकनीकी शक्ति बनने की ओर एक कदम और पास लाता है.
चांद के जिस हिस्से पर कभी धूप नहीं पड़ी, वहां से मिट्टी लाएगा चीन
चीनी चांगई-4 ने करीब 5 साल पहले सात 2019 में पहली बार चांद की सतह पर लैंडिंग की थी. वहीं, यह मिशन तीन मई को लॉन्च किया गया था. पूरा मिशन 53 दिनों का था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चांगई-6 मिशन चांद से दो किलो नमूने लेकर आया है. मिशन के लैंडर में एक उन्नत मैकेनिकल आर्म लगाया गया है, जो चांद की सहत में ड्रिल करने के साथ-साथ वहां से मिट्टी का नमूना उठाएगा. मिशन की खास बात यह है कि लैंडर को चांद के उस हिस्से पर उतारा गया था, जो धरती से काफी दूर है. यहां सूर्य की किरणें भी कभी नहीं पहुंची है.
चांद पर मानव मिशन भेजने की तैयारी में चीन
चीन नमूनों के माध्यम से चांद की उत्पत्ति के बारे में जानकारी हासिल करेगा. जिनपिंग के नेतृत्व में चीन अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम को बढ़ा रहा है. चीन अमेरिका और रूस से कंधे से कंधे मिलाकर लगातार काम कर रहा है. हालांकि, अमेरिका ने चीनी अंतरिक्ष कार्यक्रम को लेकर चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा कि चीन अपने कार्यक्रमों का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्य से कर सकता है. चीन का लक्ष्य है कि वे साल 2030 तक अपने मानव मिशन को चांद पर भेजेगा. वहीं, अमेरिका का लक्ष्य है कि साल 2026 तक वे दोबारा मानव मिशन को लॉन्च करेंगे.
Source : News Nation Bureau