Global Times: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर मॉस्को पहुंचे हैं. उन्होंने यहां अपने खास दोस्त और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की. दोनों दोस्तों ने आज द्विपक्षीय वार्ता भी की. हालांकि, पीएम मोदी के रूस दौरे से पश्चिमी देश खास खुश नजर नहीं आ रहे हैं. अमेरिका सहित सभी पश्चिमी देशों की मोदी-पुतिन मुलाकात पर पैनी नजर है. पीएम मोदी के रूस दौरे पर चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने एक लेख प्रकाशित किया. लेख में कहा गया है कि अमेरिका सहित तमाम पश्चिमी देश भारत-रूस के संबंधों को लेकर चिंतित हैं.
पीएम मोदी के दौरे का लक्ष्य
अपने लेख में ग्लोबल टाइम्स ने लिखा कि पीएम मोदी की रूस यात्रा पर पश्चिमी मीडिया बारीकी से नजर रख रहा है. कई मीडिया संस्थानों का दावा है कि पीएम मोदी के दौरे का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि चीन-रूस संबंध भारत-रूस संबंधों पर तो हावी नहीं हो रहे हैं. चीनी प्रोफेसर लॉन्ग जिंगचुन के हवाले से एक चीनी अखबार ने लिखा- पश्चिमी देश भारत के साथ रूस के गहरे संबंधों से परेशान हैं पर भारत-रूस के संबंधों को चीन खतरा नहीं मानता.
भारत खूब मुनाफा भी कमा रहा है
लेख में आगे कहा गया कि रूस-यूक्रेन संघर्ष में चीन को अमेरिकी सहित अन्य पश्चिमी देशों की जो आलोचना झेलनी पड़ रही है, वह भारत की आलोचना से कहीं अधिक है. भारत को रूस की निंदा न करने के लिए मिल रही आलोचना हमसे बहुत कम है. भारत तो रूस से तेल भी खरीद रहा है और वही तेल यूरोपीय बाजार में बेचकर भारत खूब मुनाफा भी कमा रहा है. अखबार में कहा गया कि भारत को पश्चिमी देशों ने अपने खेमे में करने के लिए बहुत कोशिश की पर भारत के रूस दौरे ने उन्हें निराश किया. भारत रूस रक्षा सहयोग अब भी मजबूत है. अमेरिका पर दबाव है कि वह रूस की जगह ले और भारत का सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता बन जाए पर ऐसा हो नहीं पा रहा है.
अखबार ने अंत में लिखा कि पश्चिमी देश चाहते हैं कि चीन, रूस और भारत के संबंधों को उछाला जाए, जिससे तीनों देशों के बीच कलह पैदा हो जाए. अगर पश्चिमी देशों को लगता है कि भारत उनके लिए रूस के खिलाफ खड़ा होगा तो यह उनके लिए चिंता का विषय है.
Source : News Nation Bureau