गूगल अर्थ की एक तस्वीर में कुछ ऐसा दिखा है जो इस बात की तस्दीक करती है कि पाकिस्तान और चीन के बीच सैन्य संबंध काफी तेज़ी से बढ़ रहा है। सैटेलाइट से जारी की गई इस तस्वीर में कराची के बंदरगाह पर दो चीनी पनडुब्बियां तैनात दिखाई दे रही है। इनमें से एक पनडुब्बी परमाणु हथियारों से लैस है।
ये पनडुब्बियां पिछले साल मई में कराची में तैनात देखी गई थी, लेकिन तस्वीरें अब सामने आई हैं। इस तस्वीर से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि चीन, भारत की युद्ध नीति और ताकत पर पहले की तुलना में ज़्यादा बारीक नज़र रख रहा है।
कराची से मिली इस तस्वीर को सबसे पहले सैटेलाइट इमेजरी एक्सपर्ट ने ढूंढा है। बताया जा रहा है कि ये परमाणुशक्ति-चालित पनडुब्बियां हैं जिनमें असीमित दूरी तक काम करने की क्षमता होती है।
इस पनडुब्बी की ख़ास बात ये है कि इसमें बार-बार ईंधन नहीं भरना पड़ता। जिसकी वजह से ये पनडुब्बियां पानी में रह कर ही दुश्मन पर नजर रख सकती हैं। ऐसे में विरोधियों के लिए इन्हें तलाशना बेहद कठिन हो जाता है।
इस तस्वीर में दिख रही पनडूब्बी चीनी नौसेना की टाइप 091 'हान' क्लास लड़ाकू पनडुब्बी है। यह पनडुब्बी चीन की शुरुआती पनडुब्बियों में से एक है। इस तस्वीर को गूगल अर्थ की हिस्टॉरिकल इमेजरी आइकॉन पर भी देखा जा सकता है।
भारत के लिए चिंता की बात ये है कि हिंद महासागर में मौजूद इन चीनी पनडुब्बियों के बारे में भारत के पास कोई जानकारी नहीं थी। क्योंकि कराची तट भारत के कुछ सौ किलोमीटर ही दूर है।
पिछले महीने ही नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने कहा था कि चीनी सेना के नौसेनिक पोत और पनडुब्बियों पर भारतीय नौसेना करीबी नजर बनाये हुए है।
चीन की पनडुब्बी के कराची में देखे जाने से एक बार फिर ये बात साफ़ हो गयी है कि पाकिस्तान खुलकर चीन की मदद कर रहा है। जो भारत के लिए अच्छी ख़बर नहीं है।