अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के पास सबूत है कि चीन के डराने-धमकाने की वजह से ही वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने वक्त रहते दुनिया को कोरोना वायरस की चेतावनी जारी नहीं की.चीन ने धमकी दी थी कि अगर WHO ने जल्दबाजी में कोई अलर्ट जारी नहीं किया तो उसे कोरोना की जांच में शामिल नहीं किया जाएगा. इसी धमकी के चलते WHO वक्त रहते चेतावनी जारी नहीं कर पाया और उधर चीन महारामारी के नाम पर दुनियाभर के देशों से PPE, मास्क, दस्ताने और अन्य ज़रूरी सामान मंगाकर इकठ्ठा करता रहा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना संक्रमण खत्म होने के बाद भी चीन के पास 2 करोड़ मास्क हैं जो वह दूसरे देशों को ऊंचे दामों पर बेच रहा है. बताया जा रहा है कि न्यूज़वीक के हाथ 'UN-China: WHO Mindful But Not Beholden to China' नाम से CIA की एक जांच रिपोर्ट लगी है जिसे नाम न बताने कि शर्त पर दो CIA अधिकारियों ने कन्फर्म किया है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना की जांच में बने रहने के लिए WHO ने चेतावनी जारी करने में देरी की जिसका हर्जाना आज पूरी दुनिया को भुगतना पड़ रहा है. वहीं एक जर्मन खुफिया एजेंसी BND के मुताबिक जिनपिंग के कहने पर ही कोरोना के इंसानों से इंसानों में फैलने की बात को 15 दिन तक छिपाया गया.
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वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा कि बीते बीस साल में चीन से पांच महामारी आई है और इसे किसी ने किसी बिंदू पर तो रोकना ही होगा. उन्होंने दुनियाभर में 2,50,000 लोगों की जान लेने वाली महामारी कोरोना वायरस (Corona Virus) के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया. ओ ब्रायन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘दुनियाभर के लोग खड़े होंगे और चीन की सरकार से कहेंगे कि ‘हम चीन से निकल रही इन महामारियों को सहन नहीं करेंगे,’ फिर चाहे ये पशु बाजारों से निकल रही हो या फिर प्रयोगशालाओं से.’’
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उन्होंने कहा, ‘‘हमें पता है कि यह (कोरोना वायरस महामारी-Corona Virus Pandemic) वुहान से निकली है और परिस्थितिजन्य सबूत हैं जो बताते हैं कि यह किसी प्रयोगशाला या पशु बाजार से निकली है. ’’ एनएसए ने कहा, ‘‘बीते 20 साल में चीन से पांच महामारी निकली. सार्स, एवियन फ्लू, स्वाइन फ्लू और अब कोविड-19. जन स्वास्थ्य के ऐसे भयावह हालात के साथ दुनिया आखिर कैसे रह सकती है जिसकी शुरुआत चीन से हुई और फिर यह पूरी दुनिया में फैल गया.’’ उन्होंने यह नहीं बताया कि चीन से निकली पांचवी महामारी कौन सी है. ओ ब्रायन ने कहा, ‘‘इसे कहीं न कहीं तो रोकना होगा. हमने चीन को मदद के लिए स्वास्थ्य पेशेवरों को भेजने का प्रस्ताव दिया था जो उन्होंने अस्वीकार कर दिया.’’
इससे पहले खबर आई थी कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीन के साथ व्यापार समझौते (US China Trade Deal) पर फिर से बातचीत शुरू करने में कोई दिलचस्पी नहीं है. इससे एक दिन पहले अमेरिका (US) ने बीजिंग को व्यापार युद्ध खत्म करने के लिए इस साल की शुरुआत में हुए समझौते का सम्मान नहीं करने पर बेहद गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी.