डाकोला में भारत और चीन के बीच जारी सैन्य गतिरोध को ख़त्म करने के लिए अमेरिका ने दोनों देशों को बातचीत करने का सुझाव दिया है। शुक्रवार को अमेरिका ने अपने एक बयान में कहा कि वो दोनो देशों के बीच सीमा पर चल रहे तनातनी को क़रीब से देख रहा है। मेरे ख़्याल से दोनों देशों को बातचीत कर विवाद को सुलझाना लेना चाहिए।
बता दें कि गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में कहा था कि भारत सिक्किम सेक्टर में गतिरोध पर चीन के साथ बातचीत को तैयार है, 'लेकिन दोनों पक्षों को पहले अपनी-अपनी सेनाएं वापस बुलानी होंगी।'
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच फिलहाल सीमा को लेकर स्थिती साफ़ नहीं है और ये बातचीत के ज़रिए ही सुलझाया जा सकता है।
गुरुवार को ही बीजिंग में चीन की विदेश मंत्रालय ने कहा था कि सैन्य गतिरोध पर बातचीत के लिये कूटनीतिक रास्ते खुले हुए हैं, लेकिन उससे पहले भारत को डाकोला से सैनिकों को पीछे हटाना होगा।
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अमेरिका के विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नुअर्ट ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, 'हम इस स्थिति पर करीब से और सावधानी पूर्वक नजर रख रहे हैं। इसपर ज्यादा जानकारी के लिए मुझे आपसे भारत और चीन की सरकारों से संपर्क करने को कहना पड़ेगा।' एक सवाल का जवाब देते हुए हीथर ने कहा कि भारतीय और चीनी उन मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं।
बीजिंग में 27-28 जुलाई को होने वाली ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बैठक में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के शामिल होने का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा, 'वह एक दूसरे से बात करने वाले हैं।' हीथर ने कहा, 'हम उन्हें तनाव कम करने के लक्ष्य से सीधी वार्ता करने को प्रोत्साहित करेंगे।'
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Source : News Nation Bureau