कहते हैं धर्म और कम्यूनिस्ट लोगों का दूर-दूर तक वास्ता नहीं होता है लेकिन चीन में इसके उलट तस्वीर देखने को मिलने वाली है. चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने धार्मिक संस्थानों को मार्गदर्शन देने का फैसला किया है, जिससे वो समाजवादी देश के लिए खुद को बेहतर ढंग से ढाल सकें. चीन की न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, यह फैसला चाइनीज पीपुल पॉलिटिकल कंसलटेटवि कॉन्फ्रेंस की नैशनल कमिटी की मीटिंग में लिया गया. इस मीटिंग में मंदिरों और चर्च के प्रबंधन को लेकर चर्चा की गई.
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कम्युनिस्ट पार्टी के पॉलिटिकल ब्यूरों की सबसे ताकतवर स्टैंडिंग कमिटी के सदस्य के नेतृत्व में यह फैसला लिया गया. कमिटी के सदस्य ने कानून के मुताबिक, मंदिरों और चर्चों के प्रबंधन में सुधार और नवाचार करने के प्रयास भी होने चाहिए.
वहीं बता दें कि कम्युनिस्ट पार्टी ने पिछले दिनों अपने सदस्यों को धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने को लेकर चेतावनी दे चुकी हैं.