CoP28 Climate Summit: दुबई में COP28 विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य विश्व नेता एकत्र हुए. शुक्रवार को शिखर सम्मेलन आरंभ होने पर सभी नेता एक दूसरे से मिलेंं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी और यूरोपीय संघ के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन समेत कई विश्व नेताओं के साथ बातचीत करते देखा गया. इस कार्यक्रम में ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय भी शामिल हुए. उन्होंने सभी नेताओं के साथ एक फैमिली फोटो भी खिंचवाई. सीओपी28 समिट में अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन एक गंभीर समस्या है.
उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन में 45 फीसद की कमी का संकल्प लेना जरूरी है. उन्होंने अगला सम्मेलन भारत की मेजबानी में आयोजित करने का प्रस्ताव रखा. पीएम ने वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए सबके हितों की सुरक्षा बेहद जरूरी है.
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प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, पर्यावरण से चुनौतियों के बीच हमें सफल होना बेहद जरूरी है. उन्होंने ग्रीन क्रेडिट इनिशिएटिव की भी वकालत की है. पीएम मोदी ने कहा कि 2030 तक कार्बन उत्सर्जन घटाने पर काम करने की आवश्यकता है. सभी देशों को एक-दूसरे के साथ देने की आवश्यकता है. पीएम मोदी ने यूएई और भारत के संबंधों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि दोनों देशों की साझेदारी आने वाले दिनों में अहम भूमिका निभाने वाली है. पीएम ने 21 घंटे के प्रवास के वक्त सात बड़ी बैठकों में भाग लिया.
पीएम मोदी ने CoP28 Climate Summit भारत में कराने का प्रस्ताव रखा. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने को लेकर सबकी भागीदारी होनी जरूरी है. उन्होंने कहा, आज भारत ने इकोलॉजी और अर्थव्यवस्था के उत्तम संतुलन का उदाहरण पूरी दुनिया के सामने रखा है. भारत पूरी दुनिया की 17 प्रतिशत आबादी होने के बाद भी ग्लोबल कार्बन एमिशन में हमारी हिस्सेदारी 4 प्रतिशत से कम ही है. उन्होंने कहा कि भारत 2030 तक गैर जीवाश्म ईंधन का शेयर बढ़ा देगा. इसे 50 प्रतिशत करने का लक्ष्य तय किया है. उन्होंने कहा कि हम 2070 तक नेट जीरो लक्ष्य की ओर बढ़ने की कोशिश करेंगे.
भारत विश्व की कुछ खास अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. यह राष्ट्रीय स्तर पर तय योगदान (NDC) का लक्ष्य पूरा करने की राह पर है. उन्होंने कहा कि कार्बन उत्सर्जन से जुड़े लक्ष्यों को देश 11 साल ही प्राप्त कर चुका है. उन्होंने कहा कि गैर जीवाश्म ईंधन का लक्ष्य भारत वक्त से पहले ही हासिल कर चुका है.
Source : News Nation Bureau