कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) के मामले फिर से भयावह तेजी से फैल रहे हैं. दक्षिण-पूर्व एशिया और यूरोप (Europe) में कोविड-19 (COVID-19) लहर डरा रही है. दक्षिण कोरिया में महज तीन दिनों में 14 लाख कोरोना संक्रमण के नए मामले मिले हैं, तो चीन में एक साल के बाद कोरोना से दो लोगों की मौत हुई है. इसके साथ ही लगभग 10 करोड़ चीनी (China) फिर लॉकडाउन की बंदिशें झेल रहे हैं. हांगकांग में भी कोरोना संक्रमण के मामले 10 लाख का आंकड़ा पार कर चुके हैं. कई देशों में आलम यह आ गया है कि शवों के लिए ताबूत कम पड़ रहे हैं. चीन में भी कोरोना से मरे लोगों के शवों को रेफ्रिजेटेड शिपिंग कंटेनरों में रखना पड़ रहा है. जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 46.76 करोड़ हो गए है. इस महामारी से अब तक कुल 60.7 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10.77 अरब से ज्यादा का टीकाकरण हुआ हैं. यह स्थिति देख भारत में भी केंद्र सरकार ने राज्यों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के दिशा-निर्देश दिए हैं.
दक्षिण कोरिया में 14 लाख केस तीन दिन में आए
यूरोप और दक्षिण-पूर्व एशिया में कोरोना लहर चिंताजनक रफ्तार से बढ़ रही है. दक्षिण पूर्व एशिया में चीन में 14 महीने बाद कोरोना ने दो लोगों की जान ली है. हांग-कांग में कुल केस 10 लाख पार कर गए, जिनमें से 97 फीसदी मामले फरवरी के बाद सामने आए हैं. वहां यह वायरस अब तक 5,401 जानें ले चुका है, जो चीन में 2019 में संक्रमण फैलने के बाद से अब तक हुई मौतों के आंकड़ों 4,636 से भी ज्यादा है. शवों को रेफ्रिजेरेटेड शिपिंग कंटेनरों में रखना पड़ रहा है क्योंकि ताबूत खत्म हो गए हैं या बहुत मुश्किल से मिल रहे हैं. दक्षिण कोरिया की स्थिति तो बेहद गंभीर है, जहां कोरोना के कुल मामले 90 लाख पार कर गए हैं. इनमें से 16 फीसद यानी 14 लाख से ज्यादा केस तो गुरुवार से शनिवार के बीच तीन दिन में सामने आए हैं.
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यूरोप के कई देशों में 30 फीसदी बढ़े संक्रमण केस
यूरोप की बात करें तो फ्रांस, इंग्लैंड और इटली में बीते हफ्ते में संक्रमण में 30 फीसद से ज्यादा की बढ़त देखी गई है. दुनियाभर में रोज आने वाले कोरोना मामलों के औसत में पिछले हफ्ते के मुकाबले 12 फीसदी का इजाफा हुआ है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना महामारी जितनी बड़ी दिख रही है, असल में तस्वीर उससे ज्यादा भयावह है. डब्ल्य़ूएचओ ने इसके लिए तीन कारणों को जिम्मेदार ठहराया है. उसके मुताबिक ओमीक्रॉन के बीए.2 सब-वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में पाए जाने वाले म्यूटेशंस रैपिड पीसीआर टेस्ट से भी पकड़ में नहीं आता है. यही नहीं, संस्था ने चेताते हुए कहा है कि बीए.1 और बीए.2 मिलकर एक नचा वेरिएंट तैयार कर सकते हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि मास्क, दूरी और हाथों की नियमित सफाई जैसे नियमों का पालन करते रहें.
भारत में केंद्र सरकार ने जारी किए नए दिशा-निर्देश
इस बीच भारत में शनिवार को 2,075 केस आए और 71 मौतें दर्ज की गईं. इस दौरान 3,383 लोग ठीक हुए और सक्रिय मामले घटकर 27,802 रह गए हैं, जो कुल 4.30 करोड़ मामलों का 0.06 फीसद हैं. दक्षिण पूर्व एशिया और यूरोप में फिर बढ़ती कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए केंद्र ने सभी राज्यों को नए सिरे से दिशा-निर्देश भेजे हैं. इसमें कहा गया है कि सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों पर नजर रखें. इसके साथ ही जीनोम सिक्वेंसिंग पर भी जोर दें.
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आंकड़ों से समझें भयावहता
सीएसएसई के अनुसार दुनिया के सबसे ज्यादा मामलों और मौतों 79,717,219 और 970,804 के साथ अमेरिका सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है. कोरोना मामलों में भारत दूसरा सबसे प्रभावित देश है, जहां कोरोना के 43,004,005 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 516,281 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बाद ब्राजील में कोरोना के 29,584,800 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 657,098 लोगों की मौत हो चुकी है. 1 करोड़ से ज्यादा मामलों वाले अन्य सबसे प्रभावित देश फ्रांस (24,143,852), यूके (20,243,664), जर्मनी (18,412,185), रूस (17,264,828), तुर्की (14,663,508), इटली (13,724,411) और स्पेन (11,324,637) हैं. जिन देशों ने 100,000 से ज्यादा मौतों का आंकड़ा पार कर लिया है, उनमें रूस (356,327), मैक्सिको (321,806), पेरू (211,691), यूके (164,099), इटली (157,607), इंडोनेशिया (153,411), फ्रांस (141,869), ईरान (139,478) , कोलंबिया (139,415), अर्जेटीना (127,439), जर्मनी (126,686), पोलैंड (114,087), यूक्रेन (112,459) और स्पेन (101,703) शामिल हैं.
HIGHLIGHTS
- दक्षिण कोरिया में महज तीन दिनों में कोरोना के 14 लाख नए मामले मिले
- फ्रांस, इंग्लैंड और इटली में बीते हफ्ते 30 फीसद से ज्यादा की बढ़त हुई
- ताबूत कम पड़ने से शवों को रेफ्रिजेरेटेड शिपिंग कंटेनरों में रखना पड़ रहा