UK में महज एक हफ्ते में कोरोना संक्रमण के मामलों में 30 फीसदी की वृद्धि देखने में आई है. ऑफिस ऑफ नेशनल स्टेटिक्स (ONS) के इन डराने वाले आंकड़ों के बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी जारी की है कि आते पतझड़ के मौसम में कोविड-19 (COVID-19) संक्रमण की दर और भी भयावह हो सकती है. 24 जून को खत्म हुए सप्ताह में किए गए सर्वेक्षण में सामने आया है कि समग्र UK में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं. विशेषज्ञ इसके पीछे ओमीक्रॉन (Omicron) के बीए.4 और बीए.5 वेरिएंट को जिम्मेदार मान रहे हैं. यही नहीं, सर्वेक्षण में यह भी पता चला कि इस दौरान कोरोना संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है.
हर 30 में से एक शख्स कोरोना संक्रमित
सर्वेक्षण की इस रिपोर्ट के मुताबिक इस अवधि में 18, 29,100 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. यह कुल आबादी का 3.35 हिस्सा है. दूसरे शब्दों में कहें तो UK का 30 में से हर एक शख्स कोरोना संक्रमित है. तुलनात्मक रूप से देखें तो यह दर एक सप्ताह पहले की तुलना में 32 प्रतिशत अधिक है. वेल्स में ही 1,06,000 लोग कोरोना संक्रमित मिले. इंग्लैंड में कोरोना पॉजिटिव में वृद्धि हर वय में देखने में मिली है. 2-6, 7-11, 12-24, 25-34, 35-49, 50-69 और 70 से अधिक आयु के लोग जून 24 को खत्म हुए सप्ताह में सभी आयु वर्ग के लोगों को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया. आईसीयू में भर्ती कोविड 19 मरीजों की संख्या इंग्लैंड में 211 तक पहुंच गई है, जो जून की शुरुआत में 111 से अधिक थी.
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स्कॉटलैंड में कुल आबादी के 5.47 फीसद संक्रमित
ओएनएस के सर्वेक्षण के मुताबिक उत्तरी आयरलैंड में इसी अवधि में 71,000 लोग कोविड-19 संक्रमित मिले. यह यहां की आबादी का 3.87 फीसद हिस्सा हा यानी हर 25 में से एक शख्स कोरोना पॉजिटिव है. उत्तरी आयरलैंड में 30 मई से शुरू हुए सप्ताह में वयस्कों में सॉर्स-कॉव-2 के खिलाफ तैयार एंटीबॉडी की दर 179 नेनोग्राम मिली, जो अन्य वय की तुलना में सबसे अधिक थी. स्कॉटलैंड में इसी अवधि में 2,88,200 मामले सामने आए, जो कुल आबादी का 5.47 फीसद है. यानी स्कॉटलैंड का हर 18 में से एक शख्स कोरोना संक्रमित है. स्कॉटलैंड से जुड़े आंकड़े बताते हैं कि 30 मई से शुरू हुए सप्ताह में 16 से अधिक वय के वयस्कों में अन्य उम्र वर्ग की तुलना में एंटीबॉडी की मात्रा अधिक पाई गई. हालांकि इन आंकड़ों में 16 साल से कम वय को बच्चों का कोई जिक्र नहीं है.
बूस्टर डोज नहीं लेने वाले रहे सतर्क
सर्वेक्षण के परिणामों को सामने लाती रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड 19 से ठीक हो चुके लोग भी दोबारा कोरोना संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने 75 से अधिक उम्र के उन व्यक्तियों से आगाह किया है, जिन्होंने पिछले छह महीनों में कोरोना बूस्टर टीका नहीं लिया है.
HIGHLIGHTS
- ओमीक्रॉन (Omicron) के बीए.4 और बीए.5 वेरिएंट का कहर
- कोरोना संक्रमितों के अस्पताल में भर्ती होने की दर भी बढ़ी