कोरोना महामारी से दुनिया में तहलका मचा हुआ है. चीन में एक बार फिर संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. संक्रमण बढ़ने से चीनी सरकार परेशान हो गई है. गुरुवार 28 अक्टूबर को चीन-रुस बॉर्डर पर सटे उत्तरी-पूर्वी प्रांत हेइलॉन्गजियांग के हेईए शहर में आनन-फानन में लॉकडाउन लगा दिया गया है. आपको बता दें कि पिछले एक हफ्ते में यह तीसरा शहर है, जिसको लॉक किया गया है. लगातार बढ़ रहे मामले को सरकार जल्द से जल्द खत्म करना चाह रही है. क्योंकि फरवरी में चीन में विंटर ओलिंपिक आयोजित होना है. मिली जानकारी के मुताबिक चीन के 11 प्रांतों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं. इससे पहले संक्रमण को देखते हुए अधिकारियों ने 40 लाख से अधिक की आबादी वाले लानझाउ शहर और इनर मंगोलिया क्षेत्र में एजिन को लॉक कर दिया था.
यह भी पढ़ें: क्या चीन के इस कदम से बढ़ जाएगी भारत की टेंशन?
आपको बता दें कि गुरुवार को हेइए सिटी में एक नए मामले की पुष्टि हुई. जिसके बाद अधिकारियों ने लोगों को घर पर ही रहने का आदेश दिया है. अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से घर छोड़कर बाहर न जाने को कहा है. एक अधिकारी ने बताया कि रूसी सीमा से सटे शहर में 16 लाख आबादी का टेस्ट शुरू कर दिया है. संक्रमित व्यक्ति के करीबी संपर्कों का पता लगाया है. बस और टैक्सी सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है. वाहनों को शहर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई है.
यह भी पढ़ें: इन महिला judges ने तालिबान को बनाया उल्लू, जानें कैसे दिया तालिबान को चकमा
चीनी शहर लानझाउ मंगलवार से बंद है. वहां सिर्फ एक नया मामला दर्ज किया गया है. जबकि एजिन में 35,000 की आबादी में सात नए केस मिले हैं. आपको बता दें कि राजधानी बीजिंग सहित कई शहरों में रिहायशी इलाकों में लॉकडाउन लगाकर लाखों लोगों को घर में कैद कर दिया है. सरकार ने कहा है कि जब तक आवश्यक न हो तब तक यहां न आएं.