चीन में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले विस्फोटक स्थिति में पहुंच चुके हैं. यहां पर संक्रमण तेजी से फैल रहा है. एक रिपोर्ट की मानें तो चीन में आने वाले समय में कोविड-19 से 80 करोड़ लोग संक्रमित हो सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो चीन में कोरोना से मरने वालों की संख्या पांच लाख से ज्यादा हो सकती है. हालांकि चीन की ओर से दिए आंकड़े कम बताए गए हैं. चीन के अधिकारिक आंकड़े के अनुसार मंगलवार को संक्रमण से केवल पांच और सोमवार को दो मौत हुई. गौरतलब है कि चीन जिस तरह के कोरोना की तीव्रता को माप रहा है, यह तरीका विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के विपरीत है. दरअसल चीन उन्हीं मौतों को कोरोना से हुई मौतों से जोड़ रहा है, जिनकी मौत सांस की बीमारी से हुई है.
चीन के साथ लैटिन अमेरिकी देशों में भी कोरोना का संकट बढ़ रहा है. आंकड़ों की मानें तो लैटिन अमेरिकी देशों में चीन के मुकाबले कोरोना काफी तेजी से फैल रहा है. डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट का कहना है कि 18 दिसंबर 2022 तक वैश्विक स्तर पर 649 मिलियन से अधिक मामलों की पुष्टि हुई. कुछ लैटिन अमेरिकी देशों में कोरोना चीन से अधिक भयावह हो चुका है. इसकी रफ्तार दोगुनी हो चुकी है. मौत के मामले में चीन सबसे आगे है.
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चीन में कोरोना विस्फोटक स्थिति में पहुंच चुका है. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शी जिनपिंग सरकार से जानकारी शेयर करने की अपील की है. एंटनी ब्लिंकन का कहना है कि बढ़ते कोरोना मामलों के कारण पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है. वहीं एक बार फिर अमेरिकी की ओर से चीन को वैक्सीन देने की पेशकश रखी गई है.
एंटनी ब्लिंकन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ये चीन सहित सभी देशों के लिए अहम है कि वे लोगों के टीकाकरण पर ध्यान देने की कोशिश करें. इसके साथ आवश्यक है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर अपने अनुभव को दुनिया को बताएं. इसका मतलब सिर्फ चीन ही नहीं पूरी दुनिया से है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना से मरने वालों की संख्या पांच लाख से ज्यादा हो सकती है
- लैटिन अमेरिकी देशों में भी कोरोना का संकट बढ़ रहा
- अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जिनपिंग सरकार से मांगी जानकारी