चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Chinese President Xi Jinping) ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस देश के साम्यवाद अपनाने के बाद से सबसे बड़ा स्वास्थ्य आपातकाल है. कोरोना वायरस अबतक 2400 लोगों की जान ले चुका है, जबकि हजारों लोग इससे संक्रमित हैं. शी ने एक बैठक में कहा कि 'यह तेजी से और दूर तक फैलने वाला वायरस है और इसे रोकना और नियंत्रण पाना बहुत मुश्किल काम है.
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PM मोदी ने शी जिनपिंग को लिखा था पत्र
कोरोना वायरस (Corona Virus) के प्रकोप को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) को पत्र लिखा है. सूत्रों के मुताबिक, अपने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने चुनौती का सामना करने के लिए भारत की मदद की पेशकश की और जीवन के दुर्भाग्यपूर्ण नुकसान पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं. इसके साथ ही भारतीय प्रधानमंत्री ने चीनी राष्ट्रपति और चीन (China) के लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की है.
सूत्रों के बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के हुबेई प्रांत से भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए चीन की सरकार द्वारा प्रदान की गई सुविधा को सराहा है. चीनी राष्ट्रपति शी को लिखे पत्र में उन्होंने कोरोना वायरस के कारण चीन में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया.
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चीन में तेजी से फैल रहा कोरोना वायरस
बता दें कि यह नया वायरस पिछले साल चीन में सामने आने के बाद से बहुत तेजी से फैला है, जिसने मुख्य भूभाग में 800 से ज्यादा लोगों की जान ले ली और 37,000 से अधिक को संक्रमित किया है. कोरोना वायरस के मामले कई अन्य देशों में भी सामने आए हैं. सबसे ज्यादा मौतें मध्य हुबेई प्रांत में हुई हैं जहां इस प्रकार के कोरोना वायरस से हो रही बीमारी का पिछले साल दिसंबर में सबसे पहले पता चला था. वैश्विक स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से रविवार को दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, चीन में वायरस के चलते 811 मौतें हुईं हैं और 37,198 मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसके अलावा हांगकांग में एक व्यक्ति की मौत समेत 25 मामले सामने आए हैं. मकाओ में 10 मामलों की जानकारी मिली है.