कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है. कई देशों में कोरोना के मामले लगभग खत्म हो गए थे लेकिन अब वहां भी तेजी से मामले बढ़ने लगे हैं. कई देशों में कोरोना वायरस की तीसरी लहर शुरू हो गई है. इजरायल दुनिया का पहला ऐसा देश था जिसने आउटडोर और इनडोर मास्क से छूट देने वाला पहला देश होने का दावा किया था. इस दावे के एख हफ्ते बाद ही कोरोना वायरस ने एक बार फिर अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. कोरोना का डेल्टा वैरिएंट वैक्सीन ले चुके लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. इजरायल में अब तक 840,079 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 6,428 लोगों की वायरस से जान जा चुकी है.
आधी से अधिक आबादी का हुआ वैक्सीनेशन
इजरायल दुनिया के उन देशों में शामिल हैं जहां आधी से अधिक आबादी वैक्सीनेट हो चुकी है. इजरायल ने पहले लोगों से तमाम तरह की पाबंदियां हटाईं और बाद में भीड़भाड़ की जगहों पर भी मास्क ना पहनने की छूट दे दी. अब एक बार फिर यहां मामले बढ़ने लगे हैं. कोरोना वायरस का खतरनाक डेल्टा वैरिएंट वैक्सीन ले चुके लोगों को भी तेजी से अपनी गिरफ्त में ले रहा है. इसके बाद वहां किशोरों को जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगाने की मांग की जा रही है.
अप्रैल के बाद पहली बार मिले 125 नए केस
इजरायल में कोरोना के मामले लगभग खत्म हो गए थे. अब सोमवार को कोरोना के 125 नए मामले सामने आने से हड़कंप मच गया है. अधिकांश मामले ऐसे हैं जो वैक्सीनेट हुए लोगों में सामने आए हैं. आधे से आबादी का टीकाकरण होने वाले देश में अप्रैल के बाद से एक दिन में मिलने नए कोरोना मरीजों की यह संख्या सबसे अधिक है. इजरायल में जनवरी माह में कोरोना वायरस का प्रकोप चरम पर था. उस वक्त इजरायल में प्रतिदिन 10 हजार मामले दर्ज किए जा रहे थे. लेकिन उसके बाद उस वक्त की नेतन्याहू सरकार ने तेजी से टीकाकरण कर वायरस पर काबू पा लिया था.
वैक्सीन ले चुके लोगों को हो रहा हुआ
इजरायल में जो नए मामले सामने आ रहे हैं उनमें ऐसे भी लोग हैं जिन्हें वैक्सीन की डोनों डोज लग चुकी हैं. इजरायल के समाचार पत्र हारेट्ज के मुताबिक, इस्राइल के दो स्कूलों में जांच के दौरान वैक्सीन की पूरी डोज लगवा चुके नौ शिक्षक कोरोना संक्रमित मिले. इजरायल के नव निर्वाचित प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट ने कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि को देखते हुए नए प्रकोप की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि देश को एक बार फिर अपनी चपेट में लेना वाला डेल्टा वैरिएंट विदेश से लौट रहे यात्रियों की वजह से आया है. इसलिए अब अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सख्ती से जांच की जाएगी.
HIGHLIGHTS
- अप्रैल के बाद पहली बार आए 125 नए केस
- डेल्टा वैरिएंट से तेजी से बढ़ रहे मामले
- एयरपोर्ट पर यात्रियों की जांच में और सख्ती