कोरोना वायरस (coronavirus) से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है. अमेरिका में तो हालात बेहद ही बुरे हैं. यहां पर 9 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 3 लाख से ज्यादा लोग कोरोना के शिकार हो चुके हैं. सबसे ज्यादा न्यूयॉर्क में हालत खराब हैं. यहां अब हर रोज औसतन 400 लोगों की मौत हो रही है.
रविवार को एक अस्पताल में तो महज 40 मिनट में 10 लोगों ने दम तोड़ दिया. एक अंग्रेजी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रूकलिन के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में 10 लोगों को कोरोना ने निगल लिया वो भी महज 40 मिनट में. रिपोर्ट के मुताबिक एक ही इमरजेंसी रूम में ये मौतें हुई. यहां के डॉक्टरों की मानें तो लोग इतने ज्यादा बीमार होकर यहां आ रहे हैं कि इमरजेंसी रूम ले जाने से पहले ही इनकी मौत हो जा रही है. वेंटिलेटर तक भी नहीं लगा पा रहे हैं. पलक झटकते ही वो दुनिया छोड़कर चले जा रहे हैं.
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यहां के अधिकारियों की माने तो यहां जो मरीज एडमिट हो रहे हैं उनमें से 25 प्रतिशत लोगों की मौत हो जा रही है. एडमिट होने वाले 90 फीसदी मरीज़ की उम्र 45 साल से ज्यादा है. जबकि 60 फीसदी मरीज की उम्र 65 साल से ज्यादा रहती है.
वहीं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कहा कि देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के लिए अब तक 16 लाख जांच की गई हैं. घातक विषाणु के संक्रमण के चलते अमेरिका में मृतकों का आंकड़ा 10,000 के करीब पहुंचने के साथ ही उन्होंने देशवासियों से सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए घरों के भीतर ही रहने की अपील की.
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ट्रंप ने रविवार को व्हाइट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि अमेरिका में अब तक 16 लाख जांच की गई हैं जो किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा हैं. लगभग पूरे देश के लिए बड़ी आपदा की घोषणा कर दी गई है और अमेरिका की 33 करोड़ जनसंख्या में से 95 प्रतिशत से अधिक लोग घरों के भीतर रहने के आदेश के तहत हैं.