डोकलाम पर विवाद खत्म होने के बाद चीनी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि एक-एक इंच जमीन की रक्षा के लिये भारतीय सीमा पर पट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। साथ ही वह सीमा पर सैनिकों की तैनाती का बेहतर ढंग से समन्वय करेगा। हालांकि वो डोकलाम में सड़क बनाए जाने के मसले पर चुप्पी साध रखी है।
इसके अलावा चीन के विदेश मंत्रालय ने 'आतंकवादियों के लिए स्वर्ग' बन चुके पाकिस्तान की सराहना करते हुए कहा है कि ब्रिक्स सम्मेलन में आतंकवाद पर चर्चा नहीं होगी। गौरतलब है कि सिक्किम सेक्टर में सीमा पर दो महीने तक तनातनी के बाद दोनों देश अपने सैनिकों को पीछे हटाने पर सहमत हुए हैं।
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेन ज्योकिंग ने कहा, 'चीनी सेना अपने लक्ष्य और दायित्वों को अंजाम देती रहेगी। डोकलाम इलाके में चौकियों व पट्रोलिंग को मजबूत किया जाएगा और राष्ट्रीय संप्रभुता और सुरक्षा की दृढ़ता से रक्षा की जाएगी।'
रेन ने कहा, 'जमीन पर स्थिति में बदलाव को देखते हुए चाइनीज सीमा बल तैनाती को पुनर्नियोजित करेगा।'
और पढ़ें: भारत की चिंताओं से अलग चीन ने कहा, ब्रिक्स में पाकिस्तान के आतंकवाद पर चर्चा नहीं
भारत और चीन के बीच इसी हफ्ते में डोकलाम में जारी गतिरोध को खत्म किया है। ये विवाद ब्रिक्स बैठक से करीब एक सप्ताह पहले हुआ है। जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी शामिल होना है। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्ष भी बैठक में शिरकत करेंगे।
इससे पहले चीनी विदेश विभाग ने कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद पर भारत की चिंताओं पर अगले सप्ताह होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में चर्चा नहीं होगी। पहले के कई अवसरों की तरह चीन ने अपने प्रगाढ़ मित्र पाकिस्तान का बचाव किया और उसके आतंकवाद से लड़ने के प्रयासों की प्रशंसा की।
और पढ़ें: पीएम मोदी के दौरे से पहले चीनी मीडिया ने कहा- हिंदुत्व के कारण भारत में नहीं पनपा इस्लामिक चरमपंथ
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के विरुद्ध प्रयासों में सबसे आगे है और उसने इसके लिए बलिदान दिया है।
और पढ़ें: राजीव महर्षि होंगे देश के अगले सीएजी, सुनील अरोड़ा बने चुनाव आयुक्त
Source : News Nation Bureau