इन दिनों आधी दुनिया भीषण गर्मी (Heatwave) की चपेट में है. झुलसती गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. यूरोप (Europe) में लोग गर्मी से त्राहि-त्राहि कर रहे हैं. अब यूरोप के बाद अमेरिका (America) में भी रिकॉर्ड गर्मी पड़ रही है. नेशनल वेदर सर्विस (NWS) द्वारा किए गए पूर्वानुमान के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका (US) में दो दर्जन से अधिक राज्यों में लाखों लोग इस सप्ताह के अंत में रिकॉर्ड तोड़ तापमान का अनुभव करेंगे. अधिक चिंता की बात यह है कि दक्षिण-मध्य अमेरिका में लाखों लोग भीषण गर्मी की चपेट में आ सकते हैं. अटलांटिक महासागर के दोनों किनारों पर फैली भीषण गर्मी ने राज्य के नेताओं को लोगों से बिजली की खपत कम करने का आग्रह करने के लिए प्रेरित किया है.
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NWS ने ट्विटर पर कहा, अमेरिका के कुछ हिस्सों में तापमान 100 डिग्री फ़ारेनहाइट (38 डिग्री सेल्सियस) से अधिक हो गया है, जो कुछ क्षेत्रों में 110 डिग्री से ऊपर है. इस सप्ताह के अंत में पूर्वोत्तर अमेरिका में रिकॉर्ड तोड़ने वाली गर्मी की उम्मीद है, जबकि दक्षिण मध्य अमेरिका में औसत से अधिक तापमान बना रहता है. अगले सप्ताह की शुरुआत में प्रशांत NW पर एक ऊपरी स्तर का निर्माण होगा, जिससे तापमान बढ़ने की उम्मीद है.
वाशिंगटन और फिलाडेल्फिया दोनों ने गर्मी की आपात स्थिति घोषित की है और अपने निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है. वाशिंगटन, डीसी के मेयर म्यूरियल बोउसर ने ट्विटर पर कहा, हाइड्रेटेड रहें, सूरज के संपर्क जानें से बचें और बुजुर्गों, पड़ोसियों और पालतू जानवरों नजर बनाए रखें. इस बीच भीषण गर्मी के प्रकोप से पूरा यूरोप प्रभावित किया है, जिससे वहां सैकड़ों मौतें हुई हैं. जलवायु परिवर्तन का असर सीधे-सीधे इन देशों पर पड़ता नजर आ रहा है. CNN ने एक समाचार रिपोर्ट में कहा कि टेक्सास में डलास काउंटी ने गुरुवार को वर्ष की पहली गर्मी से संबंधित मौत की सूचना दी है. भीषण गर्मी की वजह से अमेरिका के दक्षिणी और मध्य मैदानी इलाकों में भी अचानक सूखे की स्थिति बन गई है.