अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) नवंबर में होने जा रहे प्रेसिडेंशियल इलेक्शंस (US Presidential Elections) में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए भारत (India) का नाम अपने हिसाब और अपने लाभ के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं. कभी भारत का नाम अपनी उपलब्धि जताने के लिए करते हैं, तो कभी किसी मसले पर दोषी ठहराने के लिए. इस कड़ी में शुक्रवार को अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन से हुई आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रंप ने भारत का नाम एक बार फिर जलवायु परिवर्तन के लिए इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि इस मसले में भारत, रूस और चीन का रिकॉर्ड सबसे ज्यादा खराब है. इसके अलावा कोरोना संक्रमण के मसले पर भी ट्रंप ने टीका होने का दावा किया.
शुक्रवार को हुई अंतिम बहस
नवंबर में होने जा रहे प्रेसिडेंशियल इलेक्शंस में कोरोना महामारी के बीच अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को लेकर प्रचार जोरों पर है. शुक्रवार को हुई प्रेसिडेंशियल डिबेट में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जो बिडेन वोटर्स को लुभाने की हर संभव कोशिश की. डोनाल्ड ट्रंप ने प्रेसिडेंशियल डिबेट में कहा है कि हमारे पास कोरोना वायरस का एक टीका आने वाला है. उन्होंने कहा है कि मैं अस्पताल में था और यह मेरे पास था.
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जलवायु परिवर्तन में भारत का रिकॉर्ड खराब
ट्रंप ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को लेकर लड़ाई में भारत, रूस और चीन का रिकॉर्ड खराब रहा है. इस दौरान ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका में सबसे कम कार्बन का उत्सर्जन है. डिबेट में डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच नॉर्थ कोरिया को लेकर तीखी बहस देखने को मिली. ट्रंप ने कहा कि हम नॉर्थ कोरिया के साथ युद्ध जैसी स्थिति में नहीं हैं. हमारा उनके साथ अच्छा संबंध है. इस बाइडेन ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि हिटलर के यूरोप पर हमला करने से पहले भी हमारा उसके साथ अच्छा संबंध था.
वैक्सीन को लेकर हमलावर
बहस के दौरान ट्रंप ने दावा किया कि अमेरिका के पास जल्द ही कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होगी. जबकि बाइडेन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के पास कोविड-19 से लड़ने का कोई प्लान नहीं है. बाइडेन ने कहा कि कोविड-19 से हुई मौतों के लिए जिम्मेदार शख्स को राष्ट्रपति नहीं बने रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि हर कोई मास्क पहने और रैपिड टेस्टिंग की जाए.
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कोरोना चीन की गलती
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि न्यूयॉर्क 'भूतिया शहर' में बदल रहा है. ट्रंप ने कहा कि देश को बंद नहीं कर सकते नहीं तो देश के लोग आत्महत्या करना शुरू कर देंगे. कोरोना वायरस से अमेरिका में हुई मौतों पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह मेरी गलती नहीं है, यह जो बिडेन की भी गलती नहीं है, यह चीन की गलती है जो अमेरिका में आई.
6 मुद्दों पर बहस और 200 लोगों की एंट्री
बता दें कि इस डिबेट के लिए ट्रंप, बिडेन और वेल्कर के अलावा सिर्फ 200 लोगों को इजाजत थी. 6 मुद्दों पर किए जाने वाल हर सवाल के जवाब में दो-दो मिनट में कैंडिडेट्स को अपने जवाब देने थे. गौरतलब है कि ऑनलाइन बहस करने से ट्रंप के इंकार करने के बाद 15 अक्टूबर को होने वाली दूसरी बहस को रद्द कर दिया गया था. ट्रंप के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के कारण बिडेन आमने-सामने बहस करने को लिए चिंतित थे. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच पिछले महीने हुई पहली बहस काफी गर्मागर्म रही थी, जिसमें कोविड-19, नस्ली भेदभाव, अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दे उठाए गए थे.