अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीन के साथ किसी व्यापार समझौते पर पहुंचने की संभावना के प्रयास को यह कहकर और अनिश्चितता की ओर धकेल दिया है कि विश्व की दो सबसे बड़ी आर्थिक शक्तियों के बीच सिंतबर में प्रस्तावित व्यापार वार्ता शायद नहीं होगी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि हम देखेंगे कि सितंबर में हम अपनी बैठक करें या नहीं. अगर हम करेंगे तो ठीक है और अगर हम नहीं करेंगे तो भी ठीक है.
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चीन पर फिर लग सकता है टैरिफ
अगर यह बैठक नहीं होती है, तो संभावना है कि ट्रंप प्रशासन चीन के और 300 अरब डॉलर मूल्य के उत्पादों पर 10 प्रतिशत का शुल्क लगा दे, जिसकी उसने एक अगस्त को घोषणा की थी. ट्रंप ने कहा, "हम चीन से बात कर रहे हैं। हम समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन हम देखेंगे कि क्या होता है. ट्रंप प्रशासन द्वारा शुल्क लगाने की नवीनतम धमकी के बाद चीन की मुद्रा 2008 के वित्तीय संकट के बाद से डॉलर की तुलना में अपने सबसे निचले स्तर पर गिर गई थी.
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कश्मीर पर पाकिस्तान को अमेरिका के बाद अब चीन ने भी दिया झटका
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने से बौखलाया पाकिस्तान दुनिया भर से समर्थन जुटाने की भीख मांग रहा है. इस क्रम में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन भी आए, लेकिन वहां से भी उन्हें टका सा जवाब मिला. साथ ही चीन ने पाकिस्तान को सलाह दी है कि वह भारत के साथ संबंध खराब नहीं करे. साथ ही ऐसा कोई कदम नहीं उठाए जिससे क्षेत्र की शांति व्यवस्था खतरे में पड़े. इसके पहले अमेरिका भी पाकिस्तान को इसी मसले पर बड़ा झटका दे चुका है. (इनपुट आईएएनएस)