अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (House of Representatives-प्रतिनिधि सभा) में महाभियोग का प्रस्ताव पारित होने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. ट्रंप ने आरोप लगाया कि प्रतिनिधि सभा में महाभियोग (Impeachment) पर उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया. न कोई वकील, न गवाह. डेमोक्रेट अब सीनेट (Senate) को बताना चाहते हैं कि महाभियोग पर मुकदमा कैसे चलाना है. दरअसल, उनके पास किसी भी चीज़ का ज़ीरो प्रूफ (Zero Proof) होता है, वो कभी दिखाई भी नहीं देगा.
यह भी पढ़ें : CAA-NRC को लेकर आपके मन में कोई शंका है, यह खबर पढ़ें, सरकार ने आपके हर सवालों का दिया है जवाब
ट्रंप ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया कि प्रतिनिधि सभा में बहुमत होने के नाते डेमोक्रेट्स ने ऐसी किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया, जिसके वो हकदार थे. जिन लोगों ने न तो वकील मुहैया होने दिया, न गवाह और कुछ भी उपलब्ध नहीं होने दिया, वो लोग सीनेट को बताना चाहते हैं कि कैसे ट्रायल किया जाए. ट्रंप का ट्वीट ऐसे समय आया, जब प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने महाभियोग ट्रायल को लेकर अमेरिकी सीनेट में भी अपनी रणनीति के बारे में बताया था.
ट्रंप ने इस दौरान यह भी जोर दिया कि रिपब्लिकन कभी भी इतना एकजुट नहीं हुए हैं. ट्रंप ने कहा, डेमोक्रेट्स अपने महाभियोग प्रस्ताव पर रिपब्लिकन से एक भी वोट प्राप्त करने में असमर्थ रहे. कभी भी रिपब्लिकन इतना एकजुट पहले नहीं रहे. एक अन्य ट्वीट में ट्रंप ने कहा, वे मुकदमे में नहीं जाना चाहते है.
यह भी पढ़ें : IPL Auction 2020: किस खिलाड़ी की कितनी बेस प्राइज और किस टीम ने कितने में खरीदा
बता दें कि बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस (संसद - American Congress) के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव (House of Representatives) में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (President Donald Trump) के खिलाफ महाभियोग (Impeachment Motion) बहुमत से पारित कर दिया गया. अमेरिका के इतिहास में यह तीसरा मौका है, जब किसी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग का प्रस्ताव पास हुआ है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप है.
इससे पहले राष्ट्रपति डोलान्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग पर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में बुधवार को करीब 10 घंटे तक बहस हुई. डेमोक्रेट (Democrate) सांसद सुसान डेविस ने जोरदार भाषण देते हुए कहा- हम राष्ट्रपति पर महाभियोग नहीं लगा रहे हैं. वह खुद ही ऐसा कर रहे हैं. आप राष्ट्रपति हैं और आप न्याय में बाधा डालते हैं. आप एक विदेशी नेता को रिश्वत देने का प्रयास करते हैं. आप राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) के लिए खतरा हैं. आपका महाभियोग होगा. निचले सदन में डेमोक्रेट के पास बहुमत है, लिहाजा महाभियोग पारित हो गया. अब महाभियोग का प्रस्ताव ऊपरी सदन सीनेट (The Senate) में जाएगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो