अगर ऐसा लग रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Elections) इस बार भारतीय आम चुनाव की तर्ज पर लड़ा जाएगा, तो इसके एक नहीं बल्कि कई कारण हैं. पहले पहल तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की तर्ज पर एक चुनावी रैली में नारा दिया, 'आएगा तो ट्रंप ही'. इसके बाद हालिया दिनों में हॉलीवुड के कई लोकप्रिय चेहरे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में किस्मत आजमाने की घोषणा कर चुके हैं. तीसरा और रोचक कारण यह है कि अब वहां भी चुनाव से पहले किसी नेता की पढ़ाई-लिखाई को फर्जी बताने का दौर शुरू हो चुका है. जी हां, एक किताब में दावा किया गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कॉलेज में एडमिशन के लिए किसी 'मुन्नाभाई' की सेवाएं ली थीं. यानी किसी को पैसे देकर अपनी जगह परीक्षा देने भेजा था.
यह भी पढ़ेंः भारत से प्रेरित होंगे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव, पेरिस हिल्टन लगाएंगी ग्लैमर का तड़का
ट्रंप के जीवन के राज खोलती किताबों का प्रकाशन तेज
गौरतलब है कि नवंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव से पहले डोनाल्ड ट्रंप की जिंदगी के राज खोलने वाली किताबों के आने का सिलसिला शुरू हो चुका है. जॉन बोल्टन के बाद अब ट्रंप की खुद की भतीजी मैरी ट्रंप ने अपनी किताब में दावा किया है कि ट्रंप ने कॉलेज एडमिशन के लिए फर्जीवाड़ा किया था और उन्होंने पैसे देकर किसी और को अपनी जगह एग्जाम देने भेज दिया था. ट्रंप उस दौरान हाईस्कूल में पढ़ रहे थे और कॉलेज एडमिशन के लिए उन्हें अच्छे मार्क्स की ज़रूरत थी.
यह भी पढ़ेंः Rupee Open Today: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया मजबूत, 8 पैसे बढ़कर खुला भाव
भतीजी ने अपनी किताब में किया दावा
मैरी की ये किताब 'टू मच एंड नेवर इनफ: हाऊ माई फैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन' (Too Much and Never Enough: How My Family Created the World's Most Dangerous Man) 14 जुलाई को ही रिलीज की जाएगी. पब्लिशर्स का कहना है कि बेहद ज्यादा मांग और लोगों की दिलचस्पी की वजह से यह बेस्ट सेलर की लिस्ट पर पहले ही नंबर वन हो चुकी है. इस किताब में मैरी ने बताया है कि डोनाल्ड ट्रंप को उनके पिता फ्रेडी ट्रंप सीनियर प्रताड़ित करते थे. डोनाल्ड के बड़े भाई फ्रेड जूनियर की बेटी मैरी ट्रंप ने दावा किया है कि ट्रंप के पिता ट्रंप सीनियर को प्यार का मतलब नहीं पता था, वह सिर्फ आज्ञा का पालन चाहते थे जो डोनाल्ड को जबरदस्ती करना पड़ता था.
यह भी पढ़ेंः कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश बन जाएगा भारत, रोज आ सकते हैं 2.87 लाख मामले- स्टडी में हुआ खुलासा
ट्रंप ने मुन्नाभाई की सेवा लेकर हासिल की डिग्री
मैरी के मुताबिक ट्रंप को भरोसा नहीं था कि वे विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा पास कर सकेंगे. ऐसे में उन्होंने अच्छे नंबर लाने के लिए अपने नाम पर किसी और को पैसे देकर प्रवेश परीक्षा देने के लिए भेजा था. ट्रंप के पास यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेन्सिल्वेनिया के मशहूर वॉर्टन बिजनेस स्कूल की डिग्री है. मैरी के दावे पर व्हाइट हाउस की काउंसलर केलेनी कॉनी ने कहा कि मैरी क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट हैं लेकिन ट्रंप उनके मरीज नहीं है, उनका परिवार हैं. व्हाइट हाउस पहले भी मैरी के दावों को झूठा करार दे चुका है.
HIGHLIGHTS
- ट्रंप की भतीजी ने ही अपनी किताब में खोले डोनाल्ड ट्रंप के कई राज.
- यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम में पास होने के लिए भेजा था किसी और को.
- ट्रंप के निजी जीवन को जाहिर करती यह किताब आएगी 14 जुलाई को.