एक नई रिपोर्ट में पता चला है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donlad Trump) ने कई मौकों पर अमेरिकी सेना के बंधक बनाए गए या मारे गए जवानों के लिए अपमानजनक टिप्पणियां की हैं. उन्होंने 2018 में फ्रांस में आयस्ने-मार्ने अमेरिकी कब्रिस्तान में दफनाए अमेरिकी शहीदों को ‘हारने वाला’ और ‘मूर्ख’ करार दिया था. डोनाल्ड ट्रंप ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह कहानी ‘पूरी तरह से झूठी’ है. ये आरोप पहली बार ‘द एटलांटिक’ में प्रकाशित किए गए.
रक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी, जो इन घटनाक्रम से परिचित थे, और अमेरिकी मरीन कोर के एक वरिष्ठ अधिकारी, जिन्हें ट्रंप की टिप्पणियों के बारे में बताया गया, दोनों ने एसोसिएटेड प्रेस से ट्रंप की कुछ टिप्पणियों के बारे में पुष्टि की, जिसमें 2018 में कब्रिस्तान के संबंध में की गई टिप्पणी भी शामिल है. रक्षा अधिकारियों ने बताया कि ट्रंप ने ये टिप्पणियां एक बैठक में तब कीं जब वह पेरिस के बाहर स्थित कब्रिस्तान नहीं जाना चाह रहे थे.
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और गुप्तचर सेवा के कर्मियों ने डोनाल्ड ट्रंप को बताया था कि बरसाती मौसम के कारण कब्रिस्तान तक हेलिकॉप्टर से जाना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन सड़क मार्ग से वहां जाया जा सकता है. अधिकारी के मुताबिक इस पर ट्रंप ने कहा था कि वह कब्रिस्तान नहीं जाना चाहते हैं, क्योंकि वह ‘हारे हुए लोगों से भरा है.’ तब व्हाइट हाउस ने कब्रिस्तान का दौरा रद्द होने का कारण खराब मौसम बताया था.
‘द अटलांटिक’ के मुताबिक इसी दौरे में ट्रंप ने प्रथम विश्व युद्ध में जान गंवाने वाले 1,800 नौसैनिकों के लिए ‘मूर्ख’ शब्द का इस्तेमाल किया था. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने बृहस्पतिवार रात को इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया.
Source : Bhasha