अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान द्वारा एक यात्री विमान को मार गिराए जाने के खिलाफ सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों की हत्या करने को लेकर रविवार को तेहरान को चेतावनी दी. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप के रक्षा मंत्री ने कहा कि बगैर किसी पूर्व शर्त के तेहरान के साथ वार्ता के दरवाजे खुले हुए हैं. ईरान के इस्लामी शासन के प्रदर्शनकारियों की चुनौती का सामना के बीच ट्रंप ने यह चेतावनी दी.
यह भी पढ़ेंःइराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर दागे गए थे 4 रॉकेटः सैन्य सूत्र
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट किया कि ईरान के नेताओं के लिए अपने प्रदर्शनकारियों की हत्या मत करो, दुनिया यह चेतावनी दे रही है और इससे भी कहीं अधिक महत्वपूर्ण यह है कि अमेरिका देख रहा है. इस ट्वीट से पहले सीबीएस के ‘फेस द नेशन’ के साथ एक साक्षात्कार में अमेरिकी रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने कहा कि ट्रंप अब भी ईरान के नेताओं के साथ वार्ता करने को इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि साथ बैठने और एक नई राह के लिए बगैर पूर्व शर्त के चर्चा करने को इच्छुक हैं.
ईरान (Iran) ने बगदाद एयरपोर्ट (Baghdad Airport) पर अमेरिकी एयर स्ट्राइक (American Air Strike) में मारे गए अपने सैन्य जनरल कासिम सुलेमानी (Qassim Suleimani) की मौत का बदला ले लिया है. ईरान ने कासिम सुलेमानी का बदला लेने के लिए इराक में अमेरिकी एयरबेस पर हमला किया. समाचार एजेंसी एएफपी न्यूज एजेंसी ने सैन्य सूत्रों के हवाले से बताया कि ईरान ने अमेरिकी एयरबेस पर चार रॉकेट दागे थे.
बता दें कि अमेरिका ने शुक्रवार को ईरान पर नये प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया था. अमेरिका ने यह कदम इसी सप्ताह इराक में अपने सैन्य ठिकानों पर ईरान के मिसाइल हमलों के जवाब में उठाया है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा कि नए प्रतिबंधों से मध्यपूर्व में "अस्थिरता'' फैलाने के साथ ही मंगलवार के हुए मिसाइल हमलों में संलिप्त अधिकारियों को नुकसान होगा.
यह भी पढ़ेंःनिर्भया के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में दी डमी फांसी, जल्लाद की जगह जेल के अधिकारी ने फंदे पर लटकाया
दरअसल, हाल ही में इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमलों में ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई थी, जिसके बाद ईरान ने इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए थे. न्यूचिन ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरानी वस्त्र, निर्माण, विनिर्माण और खनन क्षेत्रों से जुड़े लोगों पर प्रतिबंध लगाने का शासकीय आदेश जारी करेंगे. वे इस्पात और लौह क्षेत्रों के खिलाफ भी अलग-अलग प्रतिबंध लगाएंगे. वित्त मंत्री ने कहा, ''इसका नतीजा यह होगा कि हम ईरानी शासन को मिलने वाली करोड़ों डॉलर की सहायता पर रोक लगा देंगे.''
Source : Bhasha