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इंडोनेशिया में 7.2 तीव्रता के भूकंप से कांपी धरती, जानें कितना था असर

धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है. जहां भी ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, वहां पर भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है.

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Drigraj Madheshia
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इंडोनेशिया में 7.2 तीव्रता के भूकंप से कांपी धरती, जानें कितना था असर

प्रतिकात्‍मक चित्र

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नई दिल्लीः इंडोनेशिया में 7.3 की तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि इंडोनेशियन जिओफिजिक्स एजेंसी के मुताबिक इस भूंकप से सुनामी की कोई संभावना नहीं जताई गई है. समाचार एजेंसी एएनआई ने रॉयटर्स के हवाले से बताया है कि इंडोनेशियन जिओफिजिक्स एजेंसी मुताबिक, 'इंडोनेशियी से दूर बांदा सागर में 7.2 तीव्रता के भूकंप से सुनामी की कोई संभावना नहीं है'

अमेरिका के भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग के मुताबिक भूकंप स्थानीय समयानुसार सुबह 11:53 बजे दक्षिण में एंबन द्वीप पर आया. इसकी गहराई जमीन से लगभग 208 किलोमीटर नीचे थी, जिसकी वजह से इसका असर कम हो गया. भूकंप के बाद अभी तक किसी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है. भूकंप के बाद सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है क्योंकि भूकंप का केंद्र जमीन से बहुत नीचे था. बता दें धरती की ऊपरी सतह सात टेक्टोनिक प्लेटों से मिल कर बनी है. जहां भी ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती हैं, वहां पर भूकंप का खतरा पैदा हो जाता है.

जापान की राजधानी टोक्यो में 5.5 तीव्रता का भूकंप

वहीं जापान की राजधानी टोक्यो और उसके आस-पास के क्षेत्रों में सोमवार को 5.5 तीव्रता का भूकंप आया. हालांकि अब तक सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है और किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, सुबह 9.11 बजे महसूस किए गए भूकंप का केंद्र टोक्यो के पश्चिम में स्थित एक प्रांत शिबा में 60 किलोमीटर की गहराई में था.

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समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, शिबा, टोक्यो और इसके दक्षिण में स्थित कनागावा में भूकंप की तीव्रता ज्यादा महसूस की गई.इसी सप्ताह 18 जून को जापान के उत्तर-पूर्व में 6.7 तीव्रता का भूकंप आने के बाद यह झटका महसूस किया गया. मंगलवार को भूकंप आने के बाद तटीय क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई थी, और इसमें में 20 लोग घायल हो गए थे. जापान भौगोलिक स्थिति के अनुसार, रिंग ऑफ फायर पर स्थित है, जो दुनिया का सबसे संवेदनशील भूकंप संभावित क्षेत्र है.

भूकंप के दौरान ऐसे बचें

  • अगर गाड़ी या कोई भी वाहन चला रहे हो तो उसे फौरन रोक दें
  • वाहन चला रहे हैं तो पुल से दूर सड़क के किनारे गाड़ी रोक लें
  • भूकंप आने पर तुरंत सुरक्षित और खुले मैदान में जाएं
  • भूकंप आने पर खिड़की, अलमारी, पंखे आदि ऊपर रखे भारी सामान से दूर हट जाएं
  • भूकंप के दौरान लिफ्ट का इस्तेमाल न करें
  • बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करें
  • कहीं फंस गए हों तो दौड़ें नहीं

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