Ibrahim Raisi death conspiracy: ईरान के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की सोमवार हेलीकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई. दुर्घटना के वक्त उनके साथ विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियन सहित अन्य लोग भी मौजूद थे, सभी मारे गए. हालांकि ईरान ने देश के शीर्ष नेताओं की मौत की तफ्तीश शुरू कर दी है, मगर अबतक हादसे की कोई पुख्ता वजह हाथ नहीं लगी है. मालूम हो कि, रईसी की मौत की खबर के फौरन बाद ही, इस हादसे से जुड़ी कई कॉन्सपिरेसी थ्योरी वायरल होने लगी, जिसमें सबसे प्रमुख है रईसी की मौत के पीछे इज़राइल की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ होना...
हालांकि शुरुआत में इस थ्योरी को नजरअंदाज किया, मगर अब एक सवाल ऐसा है, जो दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है- आखिर क्यों हेलिकॉप्टर क्रैश होने के बाद आग लगी तो रईसी का शव नहीं जला?
चलिए पहले जानें उस दिन आखिर क्या हुआ था?
दरअसल ये दुर्घटना अचानक और घने कोहरे से घिरे पहाड़ी इलाके में हुई, जिसमें बेल 212 हेलीकॉप्टर में सवार सभी आठ लोगों की मौत हो गई. 2000 के दशक की शुरुआत में ईरान द्वारा खरीदा गया यह विमान न केवल रायसी और अमीरबदोल्लाहियन को ले जा रहा था, बल्कि ईरान के पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर, तबरीज़ के एक वरिष्ठ मौलवी, एक रिवोल्यूशनरी गार्ड अधिकारी और तीन चालक दल के सदस्यों सहित अन्य उल्लेखनीय हस्तियां भी ले जा रहा था.
आखिर हकीकत क्या है?
दरअसल इस थ्योरी की मानें तो, पूर्व राष्ट्रपति रईसी की मौत के पीछे इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ है. ये एजेंसी ईरान के अंदर ऑपरेशन को अंजाम देने की क्षमता के लिए जानी जाती है. कई जानकार इस थ्योरी को इतना पुख्ता इसलिए भी मान रहे हैं, क्योंकि मोसाद का इतिहास ईरानी सेना और परमाणु कर्मियों को निशाना बनाने वाले कई अभियानों से जुड़ रहा है.
वहीं दूसरी ओर इस भीषण हादसे के बावजूद, पूर्व राष्ट्रपति रईसी का सही सलमात शव बरामद होना भी कहीं-न-कहीं इस थ्योरी से जोड़कर देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि, हेलिकॉप्टर क्रैश में सभी लोगों के शव जल गए, मगर पूर्व राष्ट्रपति रईसी की पहचान संभव थी. IRGC कमांडर असगर अब्बासघोली का भी कहना है कि, राष्ट्रपति रईसी की बॉडी जली हुई नहीं थी. लिहाजा मुमकिन है कि, हेलिकॉप्टर के अंदर कुछ ऐसा हुआ कि, रईसी को पहले ही मार दिया गया और शव नीचे फेंक दिया गया. हालांकि असल हकीकत क्या है, इसका पर्दाफाश होना अभी बाकी है.
Source : News Nation Bureau