भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने कर्ज़ वापसी नहीं कर पाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को ज़िम्मेदार बताया है। दरअसल सोमवार को लंदन कोर्ट में सुनवाई के दौरान माल्या ने कहा कि ईडी ने उनके समझौते के प्रयासों में अड़ंगा लगाया अन्यथा वह कर्ज़ वापस कर देते. बता दें कि विजय माल्या भारतीय बैंकों से करोड़ों का कर्ज लेकर 2 मार्च 2016 के बाद से फरार हैं।
विजय माल्या फिलहाल लंदन में हैं और उन्हें भारत प्रत्यर्पित किए जाने की याचिका पर वेस्टमिंस्टर कोर्ट में सुनवाई चल रही है. माल्या पर भारतीय बैंकों का 9000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है.
माल्या ने पीएमएलए कोर्ट में जस्टिस एमएस आजमी के सामने अपने वकील के जरिए कहा, 'पिछले दो-तीन साल में लगातार प्रयासों में जब भी सरकारी बैंकों को पैसे वापस करने की कोशिश की जाती, तो ईडी ने प्रकिया में मदद करने के बजाय हर कदम पर बाधा डाली.'
माल्या ने ईडी की भगौड़ा घोषित करने की याचिका पर आपत्ति जताते हुए कहा कि वह ब्रिटिश अधिकारियों के साथ प्रत्यर्पण की कार्रवाई में सहयोग कर रहे हैं और ब्रिटिश अदालत व इसकी कानूनी प्रकिया का पालन कर रहे हैं.
माल्या ने अपने बचाव में आगे कहा कि 'ऐसी परिस्थितियों में यह कहना गलत होगा कि उन्होंने भारत जाने से मना कर दिया है. किसी देश के कानून की पालना करने को भगोड़ा आर्थिक अपराधी नहीं कहा जा सकता.'
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फिलहाल माल्या का बयान दर्ज़ कर लिया गया है और 10 दिसंबर को इस मामले में फैसला आने की उम्मीद है.
Source : News Nation Bureau