मिस्र और रूस ने सोमवार को मिस्र के पहले न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाने के कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के काहिरा दौरे के दौरान यह संधि हुई है।
रूसी राष्ट्रपति और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी की उपस्थति में सोमवार को टीवी पर दिखाए जा रहे लाइव सेरेमनी के दौरान दाबा में न्यूक्लियर पावर प्लांट के निर्माण को लेकर हस्ताक्षर किए।
इस संधि पर रूसी सरकार की न्यूक्लियर कंपनी रोसातम के अलेक्जी लिखाचेव और मिस्र के बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री मोहम्मद शकेर ने हस्ताक्षर किए।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, 'मुझे इस बात की खुशी है कि दोनों देशों के बीच आर्थिक गठबंधन तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमारे पास न्यूक्लियर पावर प्लांट के अलावा कई अच्छे प्रोजेक्ट हैं।'
मिस्र की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस न्यूक्लियर पावर प्लांट को बनाने की कीमत 30 बिलियन डॉलर आएगी।
दोनों देशों ने नवंबर 2015 में दो समझौतों पर रूस हस्ताक्षर किए थे, जिसमें रूस से कर्ज के साथ, दाबा में चार रिएक्टर यूनिट का निर्माण भी शामिल था।
चार रिएक्टर यूनिट और 5 गीगावाट की क्षमता के साथ दाबा न्यूक्लियर पावर प्लांट 2029 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
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HIGHLIGHTS
- मिस्र की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस न्यूक्लियर पावर प्लांट को बनाने की कीमत 30 बिलियन डॉलर आएगी
- चार रिएक्टर यूनिट और 5 गीगावाट की क्षमता के साथ दाबा न्यूक्लियर पावर प्लांट 2029 तक बनकर तैयार हो जाएगा
Source : News Nation Bureau