इंडोनेशिया में आज सुबह यानि रविवार को सेमेरू ज्वालामुखी में फिर विस्फोट हुआ. ज्वालामुखी का विस्फोट इतना तीव्र था कि आकाश में राख की 2 किमी ऊंची मीनार बन गयी. विस्फोट के बाद अधिकारियों ने आसपास रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित निकालने में लग गये. की घोषणा की. आज हुए विस्फोट में मृतकों या घायलों की जानकारी अभी नहीं मिली है. लोगों ने पहले से ही संभावित खतरनाक क्षेत्र से बाहर निकलना शुरू कर दिया था.
इस महीने की शुरुआत में 4 दिसंबर को हुए ज्वालामुखी विस्फोट के बाद लावा और राख की परतों के नीचे दबने के कारण करीबी गांवों के 48 लोगों की मौत हो गई थी और 36 लापता हो गए थे.
सेमेरु, जिसे महामेरु के नाम से भी जाना जाता है, पिछले 200 वर्षों में कई बार आग से धधक चुका है. फिर भी, देश के ज्वालामुखियों की उपजाऊ ढलानों पर दसियों हज़ार लोग रहते हैं. इंडोनेशिया, 270 मिलियन से अधिक लोगों का एक द्वीपसमूह, भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधि के लिए प्रवण है क्योंकि यह प्रशांत रिंग ऑफ फायर के साथ बैठता है.
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इंडोनेशिया का माउंट सेमेरु जावा द्वीप की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित एक सक्रिय ज्वालामुखी है. जिसमें 4 दिसंबर को भी विस्फोट हुआ था. जिससे कई दिनों तक आकाश में गर्म गैस और राख के साथ हवा में धुएं का गुबार छाया रहा. जो आस-पास के गांवों को निगलते हुए पहाड़ी से नीचे लुढ़क रहा था. इसके बाद प्रशासन ने ज्वालामुखी के पास रहने वालों को सुरक्षित निकालने का अभियान चलाया था.
HIGHLIGHTS
- 4 दिसंबर को भी इंडोनेशिया में हुआ था ज्वालामुखी विस्फोट
- 48 लोगों की मौत हो गई थी और 36 लापता हो गए थे
- इंडोनेशिया का माउंट सेमेरु है जाग्रत ज्वालामुखी