यूरोप में गर्मी से बुरा हाल है. पूरा यूरोप भीषण गर्मी से जूझ रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रिटेन में पहली बार इतनी भयानक गर्मी पड़ी है. ब्रिटेन में पहली बार पारा 40 डिग्री के पार चला गया है. बता दें इससे पहले आखिरी बार सबसे ज्यादा तापमान 2019 में 39.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. स्पेन-पुर्तगाल में गर्मी की वजह से हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. पूरा यूरोप गर्मी के चपेट है. गर्मी से उबल रहा है.
वहीं स्पेन और फ्रांस के जंगलों में लगी आग ने मुश्किलों का और बढ़ा दिया है. यूनाइटेड किंगडम (यूके) से लेकर हर हिस्से में तापमान नए रिकॉर्ड बना रहा है. स्पेन में लगी आग में दो व्यक्तियों की मौत ने इसे और गंभीर बना दिया है. स्पेन के पीएम पेद्रो सांचेज ने कहा है ये सब ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण हो रहा है और कहा है कि अब क्लाइमेट चेंज लोगों की जान लेने लगा है. एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि अगर कार्बन उत्सर्जन को कम नहीं किया गया, तो तापमान ऐसे ही बढ़ता रहेगा. क्लाइमेट चेंज के कारण हीट वेव की घटनाएं बढ़ रही हैं.
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लोगों को घर में रहने की हिदायत
वहीं ब्रिटेन में गर्मी को देखते हुए लोगों को घरों के अंदर रहने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी गई है, क्योंकि तापमान यहां पहली बार 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने के करीब है. लोग घर में कैद हो गए हैं इस वजह से सड़कों पर सन्नाटा छा गया है. ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) ने राष्ट्रीय आपातकाल लागू किया है और मौसम विज्ञान कार्यालय ने अत्यधिक गर्मी का पहला ‘रेड अलर्ट’जारी किया है. यह अलर्ट अत्यधिक गर्मी से जीवन के लिए खतरे की चेतावनी है. हालांकि बुधवार को बारिश होने का अनुमान जताया गया था, वहीं मंगलवार को लू के चरम पर पहुंचने की आशंका जताई गई थी. फ्रांस में एक दर्जन से ज्यादा जगहों पर तापमान ने नया रिकॉर्ड बनाया है. फ्रांस के ब्रिटनी क्षेत्र में तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक 39.3 डिग्री तापमान के साथ ये अब तक का सबसे गर्म दिन रहा .
HIGHLIGHTS
- पूरा यूरोप गर्मी के चपेट है
- ब्रिटेन में पहली बार पारा 40 डिग्री के पार चला गया है.
- क्लाइमेट चेंज के कारण हीट वेव की घटनाएं बढ़ रही हैं.