Expect bilateral trade between India Russia to reach USD 50 billion : भारत के साथ रुस द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाना चाहता है. रूस के विदेश आर्थिक सहयोग के मुखिया सर्गेई चेर्योमिन ( Head of the Department for External Economic and International Relations of Moscow ) ने कहा है कि रूस की इच्छा है कि वो भारत के साथ व्यापार को बढ़ाकर 50 बिलियन डॉलर सालाना तक बढ़ाए. उन्होंने भारत-रूस द्विपक्षीय व्यापार के मुद्दे पर मीडिया से बातचीत में इस बारे में बयान दिया. उन्होंने कहा कि भारत और रूस का साथ बहुत पुराना है. दोनों देश हमेशा से सहयोग करते रहे हैं. ऐसे में दोनों ही देशों को फायदा होगा.
भारत-रूस के पेमेंट सिस्टम में काफी समानता
सर्गेई चेर्योमिन ने कहा कि भारत और रूस के बैंकों को भी सहयोग बढ़ाना होगा. इसके अलावा दोनों देशों को रूपये और रूबल में व्यापार करने की तरफ आगे बढ़ना चाहिए. इससे अंतर्राष्ट्रीय दबावों से निपटने में दोनों देशों को आसानी होगी और व्यापार के लिए हम दोनों ही देशों के पास अपने प्लेटफॉर्म होंगे. उन्होंने कहा कि भारत के अपने पेमेंट सिस्ट रूपे ( Indian payment system RuPay ) और रूस के अपने पेमेंट सिस्ट मीर ( Russian payment system Mir ) में काफी समानताएं हैं. दोनों देश आपस में इन प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके टूरिज्म जैसे सेक्टर में सहयोग को कई गुना ज्यादा बढ़ा सकते हैं.
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भारत-रूस बढ़ा सकते हैं इन सेक्टर्स में सहयोग
चेर्योमिन रूस-भारत बिजनेस फोरम के मंच पर अपनी बात रख रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत और रूस एयरोस्पेस तकनीकी के क्षेत्र में अग्रणी देश हैं और एक-दूसरे के सहयोगी भी. रूस-भारत बिजनेस फोरम में दोनों ही देशों के बिजनेस लीडर्स, उद्योगपति, सरकारी अधिकारी और मीडिया के लोग मौजूद थे. जिसमें दोनों देशों के बीच आई, साइबर सिक्योरिटी, इंडस्ट्री और विनिर्माण के साथ ही स्मार्ट सिटी, ट्रांसपोर्ट और हेल्थकेयर सेक्टर में सहयोग बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई.
HIGHLIGHTS
- भारत के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है रूस
- द्विपक्षीय व्यापार को 50 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य
- रूस के मंत्री ने जताई भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा