भारत-अमेरिका के बीच उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल की दो दिवसीय मुलाकात और बातचीत के बाद दोनों देशों के शीर्ष प्रतिनिधियों ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. संयुक्त पत्रकार वार्ता में अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने दोनों देशों के बीच के रिश्तों पर बातचीत की. इस दौरान डॉ एस जयशंकर ने दुनिया को भारत का ये रूख फिर से याद दिलाया कि भारत अब अपने हितों के हिसाब से फैसले करता है. इस दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत-अमेरिका के रिश्ते को सबसे मजबूत रिश्ता करार दिया.
भारत-अमेरिका की दोस्ती सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण
संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि आज की बैठक और पिछली रात की रात्रिभोज में हमने अपनी रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने और साझा उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के तरीकों के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी दुनिया में सबसे ज्यादा महत्त्वपूर्ण है. लोगों के सामने आने वाली हर वैश्विक चुनौती का समाधान करना महत्वपूर्ण है.
भारत ने की अमेरिका की सराहना
संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि आज की बैठक में हमने अपने राजनीतिक समन्वय, महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों और वैश्विक चुनौतियों पर सहयोग पर आकलन का आदान-प्रदान करने पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि मैं अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद से निपटने के लिए अमेरिका द्वारा दिए गए मजबूत सहयोग की सराहना करता हूं.
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यूक्रेन विवाद और तेल की बढ़ती कीमतों पर रखा भारत का पक्ष
यूक्रेन विवाद और तेल की बढ़ती कीमतों पर भारत का पक्ष साफ करते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि यह विवाद किसी के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि आगे बढ़ने का सबसे अच्छा तरीका बातचीत है. इस दौरान उन्होंने तेल की बढ़ती कीमतों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि हम तेल की कीमत को लेकर चिंतित हैं. तेल की कीमत हमारी कमर तोड़ रही है. यह हमारे लिए बड़ी चिंता की बात है.
HIGHLIGHTS
- भारत-अमेरिका की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस
- दोनों देशों ने एक-दूसरे के प्रति समर्थन जताया
- अमेरिका ने भारत की दोस्ती को बताया खास