अभी चंद दिनों पहले ही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में भारत ने अल्पसंख्यकों के मानवाधिकार हनन को लेकर पाकिस्तान (Pakistan) को आईना दिखाया था. अपनी आदत के अनुकूल पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) समेत समग्र भारत देश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों के हनन को लेकर दुष्प्रचार का सहारा लिया था. भारत ने इसके साथ ही चिंता जताई थी कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू (Hindu) और सिख (Sikh) समुदाय सुरक्षित नहीं है. भारत (India) की इस चिंता को सच में तब्दील करते हुए एक सिहरा देने वाली खबर सामने आई है. पाकिस्तान में मुल्तान शहर में हिंदू समुदाय के एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई है. परिवार के सभी सदस्यों का धारदार हथियार से गला रेत दिया गया है. इस घटना के बाद एक बार फिर यहां अल्पसंख्यक हिंदू और सिख खौफ में हैं.
धारदार हथिय़ार से रेता गला
द न्यूज इंटरनेशनल के मुताबिक, यह घटना रहीम यार खान शहर से 15 किलोमीटर दूर चक नंबर 135-पी, अबु धाबी कॉलोनी की है. परिवार के सभी लोगों का गला किसी धारदार हथियार से रेता गया है. पुलिस ने इस घर से चाकू और कुल्हाड़ी बरामद की है. माना जा रहा है कि इन्हीं हथियारों से वारदात को अंजाम दिया गया है. रहीम यार खान में सामाजिक कार्यकर्ता बिरबल दास ने बताया कि मारे गए राम चंद मेघवाल हिंदू थे और उनकी उम्र 35-36 साल की थी. वह लंबे समय से टेलर की एक दुकान चला रहे थे. वे बेहद शांतिप्रिय व्यक्ति थे और खुशहाल जिंदगी जी रहे थे. उन्होंने बताया कि यह घटना सबके लिए हैरान करने वाली है.
अब बचे हैं महज 2 फीसदी हिंदू, पहले थे 16 प्रतिशत
पाकिस्तान में पहले भी अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जाता रहा है और हर दूसरे दिन कहीं ना कहीं से नाबालिग अल्पसंख्यक हिंदू बच्चियों को अगवा कर लिया जाता है और फिर उनका धर्मपरिवर्तन कर दिया जाता है. आजादी के वक्त पाकिस्तान में जहां 16 प्रतिशत से ज्यादा हिंदू समुदाय के लोग रहते थे वहीं अब पाकिस्तान में सिर्फ 2 प्रतिशत ही हिंदू रहते हैं. पाकिस्तान में अकसर हिंदुओं के धार्मिक स्थलों को कट्टरपंथी मुसलमान निशाना बनाते रहते हैं लेकिन पाकिस्तान की सरकार हिंदुओं को सुरक्षा मुहैया नहीं करवाती है. पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का भी भारी संख्या में अपहरण और धर्म-परिवर्तन करवाया जाता है और कई बार अंतर्राष्ट्रीय समुदायों ने पाकिस्तान की आलोचना भी की है लेकिन अभी तक पाकिस्तान पर इससे कोई फर्क नहीं पड़ा है.
HIGHLIGHTS
- पाकिस्तान में पहले भी अल्पसंख्यक निशाने पर रहे
- अब पाकिस्तान में सिर्फ 2 प्रतिशत ही हिंदू रहते हैं
- धारदार हथियार से गला रेत कर मारा हिंदू परिवार को