पाकिस्तान में राजनैतिक गतिरोध और बढ़ गया है. राजधानी में लाखों समर्थकों के साथ डटे मौलाना फजलुर रहमान के दल जमीयत उलेमाए इस्लाम-एफ (जेयूआई-एफ) ने बुधवार को साफ कर दिया कि उसका प्रदर्शन प्रधानमंत्री इमरान खान के इस्तीफे तक जारी रहेगा. जेयूआई-एफ की केंद्रीय समिति की बैठक हुई. इसमें फैसला लिया गया कि इमरान खान के इस्तीफे तक आजादी मार्च को जारी रखा जाएगा. पार्टी नेता मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी ने बैठक में लिए गए फैसले की जानकारी दी.
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इस्लामाबाद में बारिश के कारण प्रदर्शनकारियों को हो रही दिक्कत पर इमरान खान द्वारा प्रशासन को जरूरी कदम उठाने के निर्देश को भी जेयूआई-एफ ने खारिज कर दिया. मौलाना हैदरी ने कहा, "प्रधानमंत्री अपनी मदद को अपनी जेब में रखें. हमने अपनी व्यवस्था की हुई है. हमारे लोग अपनी तैयारी करके आए हैं. बारिश तो अल्लाह की रहमत है, समस्या हुक्मरान हैं."
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इमरान ने बीती रात बारिश के बाद प्रशासनिक अधिकारियों से कहा था कि वे धरनास्थल पर जाएं और वहां लोगों को हो रही परेशानियों को हल करें. जेयूआई-एफ के ताजा रुख ने एक बार फिर पाकिस्तान में राजनैतिक तनाव बढ़ा दिया है. इससे पहले कुछ सुलह-सफाई की आवाजें सामने आई थीं. खुद मौलाना फजल ने कहा था कि अगर सरकार मसले का समाधान निकालना चाहती है और उसके पास कोई बीच का रास्ता है, तो वह उन्हें उस बारे में बताए. लेकिन, अब इमरान के इस्तीफे तक प्रदर्शन जारी रखने के ऐलान ने एक बार फिर गतिरोध बढ़ा दिया है.