फिनलैंड में सोशल डेमोक्रेट्स पार्टी (एसडीपी) ने मामूली अंतर से दक्षिणपंथी फिन्स पार्टी को हराकर संसदीय चुनावों में जीत हासिल कर ली है. समातार एजेंसी एफे के मुताबिक, 99.3 प्रतिशत मतपत्रों की गिनती के साथ, पूर्व केंद्रीय नेता एंटनी रिनी की अध्यक्षता वाली एसडीपी ने संसद में 17.7 प्रतिशत वोट और 40 सीटें प्राप्त की जबकि आव्रजन विरोधी फिन्स पार्टी जो विपक्ष में भी हैं, ने 17.5 वोट प्राप्त किए और 39 सीटें जीती.
नेशनलिस्ट फिन्स पार्टी, कार्यवाहक वित्त मंत्री पेत्तेरी ओरपो की अगुवाई वाली नेशनल कोअलिशन पार्टी (कोकूमस) की तुलना में अधिक वोट हासिल करने में सफल रही. कोकूमस ने 17 प्रतिशत मत प्राप्त करने के साथ 38 सीटें जीती.
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प्रधानमंत्री जूहा सिपिला के नेतृत्व वाली सेंटर पार्टी जो देश के शासी गठबंधन में भी है, उसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा. इसे 13.8 प्रतिशत वोट और 31 सीटें प्राप्त हुई. 2015 में इसने 49 सीटें जीती थी.
ग्रीन लीग पार्टी ने 11.5 प्रतिशत वोट और 20 संसदीय सीटें अपने नाम की. लेफ्ट अलायंस ने 8.2 प्रतिशत मत हासिल किए और संसद में उनकी सीटों की संख्या चार से बढ़कर 16 हो गईं है.
200 सीटों वाली फिनलैंड की नई ससंद एदुसकुंता में सीटें हासिल करने वाली अन्य पार्टियों में स्वीडिश पीपल्स पार्टी और क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स शामिल हैं. स्वीडिश पीपल्स पार्टी ने 4.5 प्रतिशत वोटों के नौ सीटें और क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स ने 3.9 प्रतिशत वोटों के साथ 5 सीटें हासिल की.
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ब्लू रिफॉर्म पार्टी एक प्रतिशत वोट हासिल कर पाई लेकिन यह कोई सीट नहीं जीत सकी. फिनलैंड में जूहा सिपिला की सरकार ने सामाजिक कल्याण और स्वास्थ्य सेवा सुधार लक्ष्यों को प्राप्त करने में विफलता का हवाला देते हुए मार्च में इस्तीफा दे दिया था.
देश के राष्ट्रपति ने सिपिला के इस्तीफे को मंजूरी दे दी, लेकिन उन्हें तब तक एक कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व करने के लिए कहा था, जब तक कि एक नया मंत्रिमंडल नियुक्त नहीं हो जाता.
Source : IANS