कोलंबिया के शहर तोलुआ की एक जेल में लगी आग से मरने वाले कैदियों की संख्या अब 53 पहुंच गई है. इस अग्निकांड में गार्ड्स समेत कई अन्य कैदी भी घायल हुए हैं. आग लगने का कारण कैदियों का दंगा करने के बाद गद्दों में आग लगाना बताया जा रहा है. सीएनएन के मुताबिक मंगलवार सुबह तड़के एक कोलंबियाई जेल में आग लग गई. इस जेल में क्षमता से कहीं कम कैदी थे. हालांकि इस अग्निकांड को कोलंबिया के हालिया इतिहास का सबसे भीषण हादसा बताया जा रहा है.
गद्दे को फूंक लगाई गई आग
कोलंबिया के न्याय मंत्री विल्सन रुइज के मुताबिक स्थानीय समयानुसार दोपहर लगभग 2 बजे कैदियों के बीच हिंसक संघर्ष छिड़ गया. इसी बीच एक कैदी ने विवाद के दौरान एक गद्दे में आग लगा दी, जिससे आग पूरे जेल में फैल गई. रुइज ने कहा, 'आग की लपटें बहुत तेज थीं. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दमकलकर्मियों का इंतजार करना पड़ा.' प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस जेल में उन कैदियों को रखा जाता है, जिन्हें मामूली सजा होती है या वे अपनी सजा के आखिरी महीनों में होते हैं.
जेल में पहले भी हुए हैं हिंसक संघर्ष
गौरतलब है कि कोलंबिया और पड़ोसी देशों में जेल में हिंसक संघर्ष कोई पहली बार नहीं हुआ है. मार्च 2020 में ही बोगोटा में पिकोटा जेल में हुए दंगे में 24 कैदियों की मौत हो गई थी. इसी तरह पिछले साल ब्राजील की एक जेल में 50 से अधिक कैदी मारे गए थे, जिनमें से 16 का सिर कलम कर दिया गया था. 2018 में वेनेजुएला की भी एक जेल में आग लग गई थी, जिसमें कई कैदियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था.
HIGHLIGHTS
- तोलुआ की जेल में कैदियों के बीच हिंसक संघर्ष
- संघर्ष के दौरान गद्दे में लगी आग से हुआ कांड
- पहले भी जेलों में होते रहे हैं भयानक दंगे