ईरान वैश्विक प्रतिबंधों से पहले से जूझ रहा है. अधिकतम खाद्य पदार्थ उसे दूसरे देशों से आयात करने पड़ते हैं, लेकिन प्रतिबंधों के चलते वो अपनी जरूरत भर का सामान भी नहीं खरीद पा रहा है. नतीजा ये हुआ कि ईरान में खाने-पीने की चीजों के दाम बेतहाशा तरीके से बढ़े हैं. आम जनता रोटियों के लिए प्रदर्शन कर रही है. कीमतें 250-300 फीसदी बढ़ गई हैं. ऐसे में ईरान के कई हिस्सों में जनता सड़कों पर उतर आई है. सड़कों पर विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं. इस बीच खबर आ रही है कि प्रदर्शन में शामिल एक व्यक्ति की जान भी चली गई, तो दर्जनों लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है.
ईरान में प्रदर्शनों को दबाने के लिए ताकत का इस्तेमाल
ईरान में हालात ये हैं कि प्रशासन को अव्यवस्था से निपटने के लिए बल प्रयोग करना पड़ रहा है. इसी क्रम में डेजफुल नाम के शहर में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है. सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो के अनुसार, ईरान के उत्तरी शहर रश्त, मध्य शहर फरसान और उत्तरपूर्वी शहर नेशाबुर में विरोध प्रदर्शन हुए. रॉयटर्स ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें प्रदर्शनकारी ‘रायसी, कुछ शर्म करो, देश से बाहर जाओ!’ नारे लगा रहे हैं. स्टेट मीडिया ने बताया है कि डेज़फुल में सुरक्षा बलों द्वारा अनुमानित 300 लोगों को तितर-बितर किया गया और गुरुवार की देर रात 15 को गिरफ्तार किया गया. कीमतों में वृद्धि पर असंतोष के पहले संकेतों में, ईरानी मीडिया ने पिछले हफ्ते इंटरनेट सेवाओं को बाधित करने की सूचना दी. रैलियां आयोजित करने पर पाबंदी लगाई गई, और वीडियो प्रसारित होने से रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भी अस्थायी प्रतिबंध का प्रयास किया गया.
ये भी पढ़ें: ज्ञानवापी मसले पर बोले औवेसी- एक मस्जिद को खोया है दूसरी को नहीं खोएंगे
इंटरनेट सेवा भी बाधित
स्थानीय सांसद अहमद अवाई ने आईएलएनए समाचार एजेंसी को बताया कि दक्षिण-पश्चिमी प्रांत खुज़ेस्तान के तेल उत्पादक शहर डेज़फुल में रैलियों के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई. वहीं, इंटरनेट ब्लॉकेज ऑब्जर्वेटरी नेटब्लॉक्स ने शनिवार को सूचना दी कि ईरान के इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनी मोबिननेट की सर्विस में घंटों व्यवधान रहा. नेटब्लॉक्स ने ट्विटर पर कहा, ‘ईरान में विरोध प्रदर्शनों के बीच इंटरनेट सेवा में रुकावट की सूचना है.’ फरवरी में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की शुरुआत के बाद से वैश्विक स्तर पर गेहूं की कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है, जिससे ईरान में सब्सिडी की लागत बढ़ गई है. ईरानी अधिकारियों ने कीमतों में बढ़ोतरी के लिए पड़ोसी देश इराक और अफगानिस्तान में भारी सब्सिडी वाले आटे की तस्करी को भी जिम्मेदार ठहराया है.
HIGHLIGHTS
- ईरान में महंगाई से हाहाकार
- बेतहाशा बढ़ी हैं आटे की कीमत
- प्रदर्शनों में एक की मौत, दर्जनों गिरफ्तार