अमेरिका के एक प्रमुख चिकित्सा संस्थान ने कोरोना वायरस (Corona Virus) से जुड़ी बेचैनी से निपटने के लिए योग (Yoga), ध्यान लगाने एवं सांस पर नियंत्रण की सलाह दी है. आसन, ध्यान और प्राणायाम उस बेचैनी को कम कर सकता है जो अलग-थलग रहने को लेकर लोगों में पैदा हो रही है.अमेरिकी रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र (CDC), राज्य एवं स्थानीय स्वास्थ्य एजेंसियों और सरकार के मुताबिक अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के कम से कम 3,485 मामले हैं. घातक वायरस से मरने वालों की संख्या 65 पर पहुंच गई है.
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ध्यान से कम होगी चिंता
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल ने अपने नये स्वास्थ्य दिशा-निर्देश में कहा है कि योग, ध्यान एवं सांस लेने पर नियंत्रण, 'शांत होने के कुछ सही एवं आजमाए हुए तरीके हैं.' 'कोरोना वायरस की व्यग्रता से निपटने' विषय पर लेख इस हफ्ते प्रकाशित हुआ है. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के संकाय एवं यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के डेविड गेफेन स्कूल ऑफ मेडिसिन के बोर्ड प्रमाणित मनोरोग चिकित्सक जॉन शार्प ने कहा, 'नियमित ध्यान बहुत राहत देने वाला है.' उन्होंने कहा, 'अगर आप योग नहीं करते हैं? जब तक मन करें तब तक कोशिश न करें. कई बार कुछ नयी चीजें करना और नयी गतिविधियों का पता लगा कर आप लाभ ले सकते हैं. योग स्टूडियो और पॉकेट योग जैसे ऐप पर विचार कर सकते हैं.'
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अमेरिका में हवन और प्रार्थनाएं
उन्होंने कहा कि वायरस को लेकर बुरी ही खबरें आएंगी. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों की बात सुनें जो उन्हें सही रास्ता दिखा सकते हैं. इस बीच, विश्व हिंदू कांग्रेस अमेरिका ने कहा कि उसने कोविड-19 की वैश्विक महामारी के चलते उत्पन्न चिंता एवं मानसिक स्वास्थ्य के विषयों से निपटने के अपने प्रयासों के तहत पूरे उत्तरी अमेरिका में हवन और प्रार्थनाएं आयोजित की. हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की ओर से जारी स्वास्थ्य दिशा-निर्देश रिपोर्ट की तरफ इशारा करते हुए एक सामुदायिक आयोजक, अनिल शर्मा ने कहा, 'आसन, ध्यान और प्राणायाम उस बेचैनी को कम कर सकता है जो अलग-थलग रहने को लेकर लोगों में पैदा हो रही है.'
HIGHLIGHTS
- कोरोना की चिंता दूर करने में काम आ रहा योग-ध्यान.
- हार्वर्ड मेडिकल स्कूल ने दुनिया भर को दी सलाह.
- घातक वायरस से मरने वालों की संख्या 65 पर पहुंची.