क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति और क्रांतिकारी नेता फिदेल कास्त्रो की स्मारक और मूर्तियां क्यूबा में सार्वजनिक स्थानों, सड़कों या प्लाजा पर नहीं बनाई जाएगी। फिदेल के छोटे भाई और मौजूदा राष्ट्रपति राउल कास्त्रो ने यह बात कही है।
फिदेल के छोटे भाई और राष्ट्रपति राउल कास्त्रो के मुताबिक, फिदेल की इच्छा थी कि उनकी मूर्तियां और स्मारक नहीं बनाए जाएं। राउल के मुताबिक उनके भाई की इच्छा थी कि उनके निधन के बाद उनके नाम और शख्सियत का इस्तेमाल संस्थानों, प्लाजा, पार्को, सड़कों, एवेन्यू और सार्वजनिक स्थानों पर न किया जाए।
समाचार एजेंसी एफे ने राउल कास्त्रो के हवाले से बताया, 'फिदेल हस्तियों के नाम पर मूर्तियां और स्मारक बनाए जाने के मुखर विरोधी रहे हैं और वह अपने जीवन के अंतिम क्षण तक इस रुख पर कायम रहे।'
इससे पहले फिदेल की अस्थियां सैंटियागो डी क्यूबा पहुंच गईं। यह क्यूबा का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, जहां रविवार को राष्ट्रीय शोक के नौ दिन पूरे होने पर कास्त्रो की अस्थियों को ऐतिहासिक सैंटा इफिजेनिया कब्रगाह में दफनाया जाएगा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को कास्त्रो की शवयात्रा के अंतिम चरण में बयामो शहर से सैंटियागो डी क्यूबा के बीच 120 किलोमीटर की दूरी की यात्रा पूरी की गई।
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क्यूबाई नेता की शवयात्रा शहर के सभी प्रमुख स्थलों से होकर गुजरी। इनमें पूर्व मोनकाडा बराक्स भी शामिल है, जो अब एक स्कूल बन चुका है। यहां कास्त्रो ने जुलाई 1954 में तानाशाह फल्गेंसियो बतिस्ता की सेना के खिलाफ असफल हमले का नेतृत्व किया था।
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शहर के एंटोनियो मकेओ रिवॉल्यूशन स्क्वे यर में रविवार को शाम सात बजे एक भव्य समारोह का आयोजन किया जाएगा, जहां फिदेल के छोटे भाई और क्यूबा के राष्ट्रपति राउल कास्त्रो लोगों को संबोधित करेंगे। समारोह में कई दिग्गज हस्तियां भी शामिल होंगी।
HIGHLIGHTS
- फिदेल कास्त्रो की अस्थियां सैंटियागो डी क्यूबा
- ऐतिहासिक सैंटा इफिजेनिया कब्रगाह में रविवार को दफनाया जाएगा
Source : News Nation Bureau