मुंबई में 26/11 आतंकी हमलों का आरोपी कनाडाई व्यवसायी और पाकिस्तानी सेना का पूर्व चिकित्सक तहव्वुर हुसैन राणा को भारतीय अधिकारियों के अनुरोध पर लॉस एंजिल्स में अमेरिका ने फिर से गिरफ्तार कर लिया है. पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई से जुड़े राणा (59) को हाल ही में जेल से रिहा कर दिया गया था, जब वह कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त पाया गया था. राणा को 10 जून को एक अन्य आईएसआई ऑपरेटिव डेविड कोलमैन हेडली के साथ लॉस एंजिल्स पुलिस द्वारा दोबारा गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.
सहायक अमेरिकी अटॉर्नी जॉन जे. लुलजियन ने अदालत में खुलासा किया कि भारत सरकार ने अमेरिका और भारत के बीच 1997 में हुई प्रत्यर्पण संधि के अनुसार, 2008 में मुंबई हमलों में शामिल तहव्वुर राणा की फिर से गिरफ्तारी का अनुरोध किया था. पाकिस्तान स्थित एक आतंकी संगठन द्वारा मुंबई में किए गए हमले में 166 से अधिक लोग मारे गए थे. सहायक अमेरिकी अटॉर्नी ने यह भी कहा कि भारत ने सूचित किया है कि तहव्वुर राणा पर एक सनसनीखेज हत्या को अंजाम देने की साजिश सहित कई अपराधों के लिए मुकदमा चलाया जा रहा है.
इससे पहले 2018 में राणा के प्रत्यर्पण के लिए भारत से एक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम अमेरिका में थी. राणा ने हेडली के साथ मिलकर एक दशक पहले मुंबई हमलों को अंजाम देने में मदद की थी. इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी शामिल थे. इन आतंकवादियों के हमलों में मुंबई शहर में 166 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, जबकि 100 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
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इस आतंकी हमले के दौरान मुंबई पुलिस ने नौ आतंकवादियों को घटनास्थल पर ही ढेर कर दिया था, जबकि एक पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था. कसाब को बाद में फांसी दे दी गई थी. वहीं राणा को 2013 में अमेरिका में दोषी ठहराया गया और 14 साल की जेल की सजा सुनाई गई. जेल के कैदी लोकेटर संबंधी फेडरल ब्यूरो के रिकॉर्ड के अनुसार, तहव्वुर राणा को 2021 में रिहा किया जाना था.
इस बीच शुक्रवार को जिला न्यायालय कैलिफोर्निया में अमेरिकी जिला न्यायाधीश जैकलिन चूलजियन ने 30 जून को उसकी सुनवाई निर्धारित की है. उसके वकील को 22 जून तक अपनी दलील पेश करने के लिए कहा गया है और अमेरिकी सरकार की प्रतिक्रिया 26 जून तक आने वाली है. सहायक अमेरिकी अटार्नी ने कहा है कि जिन अपराधों के लिए राणा की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था, वे प्रत्यर्पण संधि द्वारा कवर किए गए हैं.
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भारतीय एजेंसियों के डोजियर के अनुसार, राणा का जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चिचावतनी में हुआ था. राणा ने पाकिस्तान में एक सैन्य आवासीय कॉलेज, कैडेट कॉलेज हसन अब्दल से अपनी चिकित्सा की डिग्री प्राप्त की. इस कॉलेज में उसकी मुलाकात हेडली से हुई, जो आईएसआई का एक प्रमुख ऑपरेटिव बन गया था. पेशे से चिकित्सक, राणा ने पाकिस्तान सेना चिकित्सा कोर में एक कप्तान जनरल ड्यूटी प्रैक्टिशनर के रूप में कार्य किया. राणा और उसकी पत्नी, जो भी एक चिकित्सक हैं, वे दोनों 1997 में कनाडा चले गए और जून 2001 में उन्होंने कनाडा की नागरिकता प्राप्त की. युगल शिकागो में रहते थे और ये एक आव्रजन सेवा एजेंसी सहित कई व्यवसायों के मालिक भी हैं.
Source : News Nation Bureau